राजस्थान पत्रिका समूह के अखबार पत्रिका के इंदौर संस्करण के प्रसार विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. यूँ तो कोरोना काल मे सम्पूर्ण देश के मीडिया की हालत खराब है लेकिन पत्रिका इंदौर के प्रसार विभाग में स्थिति कुछ ज्यादा दयनीय हो चली है। सूत्रों के अनुसार वहां के प्रसार विभाग के कर्मचारियों को माह मार्च का वेतन नहीं दिया गया। इसके उपरांत के महीनों के वेतन में भयावह कटौती कर दी गई है।
इसके परिणामस्वरूप वहाँ के प्रसार के कर्मचारियों ने हड़ताल का फैसला कर लिया है। एक तरफ वेतन की दिक्कत और दूसरी ओर कर्मचारियों पर प्रसार वृद्धि का भयानक दबाव बनाया जा रहा है। कैसे भी करके, चाहे रद्दी ही क्यों न हो, पर प्रसार में वृद्धि हो, ऐसी पालिसी प्रबंधन द्वारा अपनाई जा रही है। साथ ही कर्मचारियों से दिन रात काम लिया जा रहा है।
इंदौर ही नहीं, सम्पूर्ण देश के प्रिंट मीडिया में कोरोना के भय के कारण प्रसार में भयंकर कमी आई है। साथ ही कई वितरक भी अब वितरण सेंटर नहीं आ रहे हैं। इस कारण अभिकर्ता भी परेशानियों से अछूते नही हैं।
कर्मचारी जब प्रबंधन के पास इन दिक्कतों को ले कर पहुंचे तो उन्हें कार्यमुक्त करने की धमकी दी जा रही है।
पत्रिका ग्रुप के एक कर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.