सहारा मीडिया ग्रुप (राष्ट्रीय सहारा और सहारा समय न्यूज चैनल) से एक बड़ी खबर आ रही है. उपेन्द्र राय ने अपने छोटे से कार्यकाल में संपादक से लेकर यूनिट हेड, डिप्टी न्यूज एडिटर, विशेष संवाददाता, प्रमुख संवाददाता आदि पदों करीब 89 लोग भर्ती किए थे जिन्हें टर्मिनेट कर दिया गया है. इन दिनों सहारा प्रबंधन उपेंद्र राय से सख्त नाराज चल रहा है क्योंकि उन्होंने जो वादे किए थे, वो पूरे नहीं किए, उलटे अपनी ब्रांडिंग खूब कर ली और अपने खास लोगों को जमकर ओबलाइज कर दिया.
सभी टर्मिनेट लोग कांट्रैक्ट पर एक-एक साल के लिये भर्ती किए थे. हर साल इन लोगों का कांट्रैक्ट रिन्यूवल होना था. भर्ती के बाद कई लोग चौथे माह में तो कई छठें व कई नौवें माह में काम कर रहे थे. तीन दिन पूर्व अचानक इन सभी को टर्मिनेट करके एक-एक माह का एडवांस चेक देकर सभी को रजिस्टर्ड पत्र भेजकर सूचित कर दिया गया है. साथ ही इन सभी को कार्यालय आकर हिसाब करके शेष भुगतान लेने को कहा गया है.
यहां ध्यान देने योग्य बात है कि उपेन्द्र राय ने अपने कार्यकाल में सहारा मीडिया ग्रुप में सेवानिवृत्त के बाद कांट्रैक्ट पर तैनात 60 वर्ष से ज्यादा के 85 लोगों को एक साथ टर्मिनेट करके इसी जगह पर अपने खास लोगों की तैनाती कर दी थी. लेकिन बदले माहौल में मैनेजमेंट उनके उल्टे सीधे कार्यों की नये सिरे से समीक्षा कर रहा है. इसी क्रम में उनके द्वारा लाए गए लोगों को हटा दिया है.
0 Comments
Leave a Reply
Cancel reply
Leave a Reply
भड़ास को मेल करें : [email protected]
भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group
Latest 100 भड़ास
- टाइम्स ऑफ इंडिया के इस सेगमेंट की ब्रांड हेड बनी आभा सचदेव!
- 2025 तक पाँच करोड़ घरों में ‘डीडी फ्री डिश’ के पहुंचने की उम्मीद
- हेडलाइन मैनेजमेंट के बावजूद अपने मुद्दों पर राहुल गांधी मजबूती से डटे हैं
- चुनावी नतीजे : क्या 400 पार या दो सौ तक ही रथ रुक जाएगा!
- रेप कांड और चुप्पी : फिर कहते हैं कि उन्हें गोदी मीडिया क्यों कहा जाता है?
- एडिटर इन चीफ जगदीश चंद्रा और पत्रकार अजय कुमार क़ुल्फ़ी खाने लाल चौक पहुँच गये!
- रायफल और कारतूस चोरी की खबर दिखाने पर कशिश न्यूज़ के रिपोर्टर पर मुकदमा
- तीन हजार से ज्यादा रेप करने वाले सांसद ने रसोइये को भी नहीं छोड़ा, मुकदमा दर्ज हुआ
- तीन साल में 3000 रेप करने वाले एक माननीय सांसद से मिलिए!
- मुसीबत में संकटमोचक की तरह प्रकट होने वाले गुड्डू भाई का आज जन्मदिन है!
- गाज़ीपुर पहुंची अंजना ओम कश्यप ने रिपोर्टर से पूछा- खटिया और कुर्सी लाए हो?
- भास्कर और पत्रिका को मजीठिया मामले में HC ने दिया करंट, लेबर कोर्ट ने ऐसे टांगा
- यूट्यूब पर 4PM चैनल की बादशाहत कायम, देखें बाकी किस पायदान पर हैं!
- ग्रेटर नोएडा की इस सोसाइटी में एडहॉक एओए के लोगों पर रेज़ीडेंट्स ने फेंकी स्याही, देंगे इस्तीफ़ा
- सारे कुकर्मियों के पीछे महामानव का चेहरा ही क्यों होता है?
- मितरों, मीडिया के इस कथित बड़े संस्थान में 500 रुपये देने की औकात नहीं है!
- मणिपुर में एक साल से चल रही हिंसा और उसकी रिपोर्टिंग का विविधतापूर्ण अंदाज
- देवगौड़ा का पोता ‘सेक्स स्कैंडल’ कर जर्मनी भाग गया, मीडिया ने साधी टोटल चुप्पी!
- पत्रकारिता की कक्षा में दैनिक जागरण की इस रिपोर्ट का पाठ होना चाहिए!
- नहीं रहे इंसाफ के हक में लड़ने वाले पत्रकार सरबजीत पंढेर!
- चुनावों में बढ़त हासिल करने के लिए मोदी ने मुस्लिम विरोधी बयानबाजी शुरू की है!
- प्रयागराज प्रेस क्लब में बोले भारत एक्सप्रेस के एडिटर- रिपोर्टर के लिए जरूरी है जिद और जुनून
- इतना झूठ काहे बोलना ताई?
- उर्दू पढ़ने-लिखने वाले सिमटते जा रहे, लेकिन उर्दू शायरी की लोकप्रियता बढ़ रही है
- अजमल कसाब तो याद ही होगा, ऐसी झूठी और अनैतिक पार्टी है बीजेपी!
- भव्य सेट और जोरदार एक्शन से भरी यह फिल्म ‘हॉरर’ नहीं है!
- पट्ठा चालू निकला केजरीवाल!
- पंजाब में वरिष्ठ पत्रकार राजिंदर सिंह तग्गर को पुलिस ने उठाया, PCI ने की निंदा
- उन्नाव से उड़ा अंजना ओम कश्यप का हेलीकॉप्टर, रायबरेली में तलाशी हो गई!
- अफलातून को जब देखता हूं!
- इंडिया अलायंस से पीएम तय नहीं है लेकिन लाल टोपी वाले भइया ने अपना पद चुन लिया है!
- भारत एक्सप्रेस चैनल की डिबेट में वकीलों और BJP समर्थकों में हुई प्रचंड मारपीट!
- रवीश कुमार और ध्रुव राठी : मीडिया में मर्दानगी को ज़िंदा रखने वाले दो सितारे!
- NDTV को 8.74 करोड़ रु का घाटा और डिजिटल विस्तार पर 59% बढ़ा राजस्व!
- ईवीएम पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला और प्रधानमंत्री को ‘करारा तमाचा’ की खुशी
- भड़ास वाला मुक़दमा : बाप-बेटी चल पड़े कोर्ट की ओर, मुक़दमा लड़ने!
- मुसलमान और सेकुलर आजकल ध्रुव राठी में अपना खलीफा ढूंढ रहे हैं!
- हाथी वाली रिपोर्टिंग- कंटेंट पर कम, ड्रामा पर ज़्यादा यक़ीन करने लगे हैं रिपोर्टर!
- क्राइम तक से विदा लेकर दैनिक भास्कर पहुंचे अपराध संवाददाता सुनील मौर्या
- लोकसभा 2024 एक स्वप्नहीन चुनाव है!
- एबीपी न्यूज छोड़ इनाडु ग्रुप से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार भूपेन्द्र पांचाल
- अमरोहा में मुस्लिम बूथ के लिए DIG का ये फारवर्ड मैसेज वायरल हो रहा है, देखें!
- प्रधानमंत्री ने लोगों को इनहेरीटेंस टैक्स में उलझाया और ‘खबर’ चुनाव आयोग की!
- पत्रकार अभयानन्द शुक्ला ने आरोप लगाकर त्यागा ‘स्वतंत्र भारत’
- नेहरू जी का खून ही ऐसा हो सकता है!
- रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क की सीनियर लीडरशिप में तमाम फेरबदल
- हेमा मालिनी की दौलत पर गोदी मीडिया कभी सवाल नहीं उठाएगा
- इंडिया टीवी ने 1st आने की खुशी में शेयर की स्पेशल पोस्ट, देखें
- ज़ी समूह से 500 लोगों को किया गया चलता, कुछ बड़े नाम भी शामिल!
- क्या मोदी सरकार भ्रष्ट तरीके से संपत्ति लूटने वालों को हित रक्षा की गारंटी देने के लिए है?
- ब्रजवासियों पर थोपी गई ‘मुंबई की हेमा’ का मथुरा आना भी ख़बर होता है!
- न्यूज़24 ने चुनाव कवरेज में ली बड़ी लीड, टॉप चैनलों को छोड़ा पीछे.. देखें आंकड़े
- Video : मोदीराज में निजी बीमा कंपनियां किसानों को दांत दिखाकर चूस रही हैं
- माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता संस्थान से संजय द्विवेदी और पवित्र श्रीवास्तव की छुट्टी, देखें आदेश
- अंजना ओम कश्यप किस हैसियत से सिंधिया के लड़के का इंटरव्यू कर रही हैं?
- मोदीराज में ABP न्यूज़ के इस रिपोर्टर की इतनी तारीफ क्यों हो रही? देखें वीडियो
- इंडियन एक्सप्रेस समूह से जुड़े युवा पत्रकार सूरज तिवारी
- यूट्यूबर मनीष कश्यप की BJP में एंट्री दुष्प्रचार करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए उत्साहजनक है
- रीवा में वकीलों ने बंसल न्यूज़ के पत्रकार को जमकर पीटा, दर्ज हुआ मुकदमा
- झांसी की जनता ने अंजना ओम कश्यप के ‘हेलीकॉप्टर शो’ को नकारा, कहा- गो बैक
- जीएसटी, नोटबंदी, पेट्रोल पर टैक्स के बाद मोदी ने इनहेरीटेंस टैक्स को मुद्दा बनाया
- मोदी के झूठ और डर पर इन तीन पत्रकारों का विश्लेषण आपको भटकने नहीं देगा!
- अजीत पवार ने तो बारगेनिंग और फायदा उठाने के मामले में गुजरातियों को भी पीछे छोड़ दिया!
- देश के लोग न्यूज़ चैनलों के असल मकसद को समझ गए हैं!
- अडानी के पास एनडीटीवी के जाने के बाद चैनल की लंका लग चुकी है, न्यूज24 भी टॉप टेन से बाहर!
- CNN-News18 & Federal Bank Prime Time Studio to revolutionise primetime news television
- ‘विरासत टैक्स’ क्या है.. जिसे मोदी बीमा कंपनी LIC का डायलाग बोलकर समझा रहे हैं!
- रामदेव की पतंजलि का यह माफीनामा वह नहीं है जो होना चाहिये!
- टिकट कटने से टेंशन में थे, बीजेपी सांसद की हार्ट अटैक से मौत!
- उन्नाव के पत्रकार को 7 गोलियां मारने वाले अभी जेल में ही रहेंगे, 4 साल में तीसरी बेल रिजेक्ट
- वरिष्ठ पत्रकार सतीश नंदगांवकर की मृत्यु पर एचटी समूह ने की लीपापोती- मुंबई प्रेस क्लब
- द ट्रिब्यून से हटाए गए प्रधान संपादक राजेश रामचंद्रन!
- क्या बोल गया BJP का ये जिलाध्यक्ष? न्यूज़24 को वीडियो डिलीट करना पड़ा
- बाबा रामदेव ने यहाँ भी बदमाशी कर दी!
- पहले रवीश की कहानी देखकर रोया, अब चमकीला की!
- दैनिक भास्कर के पत्रकार ने कहा- जनता को छूने से बचते हैं टीवी के राम अरुण गोविल!
- मोदी सरकार को वीजा एक्सटेंशन में रुकावट डालने का आरोप देकर दूसरी महिला पत्रकार ने भारत छोड़ा
- चुनाव आयोग जिन्दा है, कहा है कि हम मोदी के राजस्थान वाले भाषण की जांच कर रहे हैं
- ज़ी ग्रुप के OTT प्लेटफार्म ZEE5 में भयानक छँटनी!
- अडानी ग्रुप विदेशी फंडिंग को लेकर Expose हुआ, कांग्रेस बोली- सब मोदी करा रहे!
- कम डेढ़ श्याणा नहीं है बाबा रामदेव, फुल की जगह क्वार्टर साइज माफी ही मांगी है.. देखें!
- भोजन और सेक्स पर की गई यह टिप्पणी आपको हकीम के पास नहीं भागने देगी!
- नोएडा की इस सोसाइटी में दर्द बन चुके एडहॉक-एओए की बर्खास्तगी के लिए हुई वोटिंग!
- देवरिया के पत्रकार की प्रेस मान्यता रद्द करने को लेकर हाईकोर्ट ने लगाई रोक, देखें आदेश
- रामदेव बोलकर CNBC-Tv18 के रिपोर्टर ने दी गाली, स्टूडियो में एंकर गुलाबी हो गई!
- टिकट कटने से नाराज वरिष्ठ पत्रकार उपमन्यु ने बसपा से नाता तोड़ा
- जुआ-सट्टा के विज्ञापनों को लेकर PCI ने प्रिंट मीडिया को चेताया, देखें पत्र
- इस चुनाव में मोटा माल पीटेंगे टीवी वाले!
- सुभाष चंद्रा के खिलाफ NCLT ने स्वीकारी इस कंपनी की निजी दिवाला याचिका
- प्रधानमंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग, शिकायतें और लापता चुनाव आयोग
- दैनिक भास्कर ने दिखाई सूरत में निर्विरोध ‘नए किस्म के लोकतंत्र’ की झलक!
- मुहल्ले के मुस्टंडों ने ‘आजतक’ के पत्रकार को घर में घुसकर पीट डाला, वजह छोटी सी है!
- बिलासपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार शशिकांत कोन्हेर नहीं रहे!
- जनतंत्र टीवी से इस्तीफा देकर पत्रकार दिलीप यादव ने इस चैनल से शुरु की नई पारी
- सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद पतंजली ने अखबारों में ‘स्टांप साइज माफी’ मांगी है!
- एंकर सुधीर चौधरी में मोदी के खिलाफ इतना साहस कहां से आ गया?
- PM की हेटस्पीच पर कार्रवाई न करे तो ECI सूट सिलने वाले अपने टेलर का नाम ही बता दे!
- सूर्या समाचार से इस्तीफ़ा देकर इस बड़े न्यूज़ नेटवर्क से जुड़े पत्रकार अमित ठाकुर
- ज्यादातर सीनियर पत्रकार, अफसर, प्रोफेसर, वकील और जज कांग्रेस के लिए सॉफ्ट कार्नर रखते हैं!
- साल दर साल धरती का बढ़ता तापमान एक नई तबाही की तरफ ले जा रहा है!
mini
July 1, 2016 at 2:56 pm
सहारा मैं हमेशा ऐसा ही होता रहा है …. मुछो की लड़ाई मैं बेचारा नीचे वाला स्टाफ ही मारा जाता है..
सहाराकर्मी
July 2, 2016 at 12:06 pm
प्रिय यशवंत जी,
आपकी यह सूचना भ्रामक है। सहारा से उपेन्द्र राय के समय रखे गए 89 लोगों में ज्यादातर अभी कार्य कर रहे हैं। इनमें आधे से भी कम लोग हटाए गए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि वो भी वे लोग है जो उपेन्द्र राय के कहने पर रखे गए थे। ज्यादातर भर्ती यहां के मठाधीशों ने की थी और उन्हे बचा लिया गया है। उपेन्द्र जी जब तक थे हम लोगों को उम्मीद थी की तनख्वाह मिलेगी। लेकिन अब उनके जाने के बाद सहाराश्री पर ही निगाहे टिकी हैं। किसी और से उम्मीद नहीं है। सब सहारा को अपने-अपने तरीके से बेचनें में लगे हैं। हम लोग मूकदर्शक बने खुद को ठगा जाता देख रहे हैं। इसके पहले 21 लोगों को भी टर्मिनेट करके वर्तमान प्रबंधन अपनी दादागीरी दिखा चुका है।
पूर्व सहाराकर्मी
July 3, 2016 at 2:40 am
सहारा मैनेजमेंट में अँधा कानून चलता है। मनोज मनु और विजय राइ जैसे लोग नोएडा कैम्पस के भस्मासुर हैं जिन्हें उपेन्द्र राय ने ही प्रमोट करके बड़ा पद दिया था। सहारा मीडिया प्रबन्धन के फैसलों में कानाफूसी और बदल लेने की खुंदक की अहम भूमिका होती है। सवाल है उपेन्द्र राय यहां आए ही कैसे? अगर उपेन्द्र राय के लोगों को हटाना जरूरी है तो सबसे पहले मनोज मनु और विजय राय को हटाना चाहिए। तभी नोएडा कैम्पस में राजनीति ख़त्म होगी और काम का माहौल बनेगा।
हिंदुस्तान.
July 4, 2016 at 5:43 am
दुर्योधन को जैसे पुत्र मोह ले डूबा वैसे ही उपेन्द्र राय ओ भूमिहार मोह ले डूबा. खैर मनाईये कि सहाराश्री समय को भांपते हुए उन्हें बहार का रास्ता दिखा दिया . नहीं तो सहारा में महाभारत होने से कोई रोक नहीं सकता था. अरे भाई , पब्लिक सब कुछ जानती है. अपने लोगों को लोगों यानी की स्वजतिये को मेवा खिलावो और योग्य को भरोसा देकर चुतिया बनाओं की रणनीति कितने दिनों तक चलेगी. भरोसा देकर धोखे में रखना पाप ही है , जनाब. एक न एक दिन पर्दाफाश होना ही था. उपेन्द्र जी , आप ही बताईये , कितने लोगों को भरोसा देकर आपने धोखे में रखा और वैसे लोगों के १८००० रुपये बढ़ने की सिफारिस कर दी जो आपके जाति के हैं. ए कैसा इंसाफ है.