मुंबई से खबर है कि यहां जी ग्रुप के आफिसों पर आयकर विभाग की टीमों ने छापा मारा है. जी ग्रुप के दफ्तरों पर इनकम टैक्स के छापे की खबर से मीडिया जगत में हड़कंप मच गया है. जी ग्रुप को मोदी भक्त ग्रुप कहा जाता है. इसके मालिक सुभाष चंद्रा और इसके संपादक सुधीर चौधरी दिन रात मोदी गान में लीन रहते हैं. इन लोगों ने सत्ता की चापलूसी के चक्कर में पत्रकारिता के न्यूनतम आदर्शों की भी तिलांजलि दे रखी है.
ज्ञात हो कि सुभाष चंद्रा कई किस्म के आर्थिक संकटों में फंसे हैं और जब तब इनके विदेश भागने की अफवाहें उड़ती रहती हैं. कई किस्म के कर्ज न भर पाने के कारण इनकी कंपनियों की इज्जत दांव पर लगी रहती है और कई दफे ये अपनी कंपनियों के शेयर बेच-खरीद कर कर्ज को टालने का काम करते रहते हैं.
उधर, सुधीर चौधरी ब्लैकमेलिंग के मामले में कांग्रेस राज के समय तिहाड़ जा चुके हैं. उसके बाद से इनने बीजेपी की केंद्रीय सत्ता के प्रति जो परम साफ्ट कार्नर दिखाया, वह ऐतिहासिक है. एक संपादक के ऐसे पतन की कोई मिसाल नहीं है. इसी चापलूसी के चलते सुधीर चौधरी को हाई प्रोफाइल सेक्युरिटी भी केंद्र सरकार ने दे दी.
इस सबके बावजूद इनकम टैक्स विभाग ने अगर जी ग्रुप पर हाथ डाला है तो इसके कई बड़े मायने हैं. हो सकता है कि ये ग्रुप दिवालिया होने की कगार पर हो और देश से भागने से ठीक पहले इस ग्रुप की घेराबंदी की जा रही हो ताकि मोदी सरकार की अपने खास दिवालिया आदमी को विदेश भगाने को लेकर किरकिरी न हो.
इनकम टैक्स का छापा मुंबई के लोअर परेल में जी ग्रुप के दफ्तर पर पड़ा है. रेड मारने वाली आयकर विभाग की टीम में 6 सदस्य हैं. ये टीम छापेमारी करने के मकसद से आज सुबह 11 बजे जी ग्रुप के दफ्तर पहुंची.
एबीपी न्यूज के मुंबई संवाददाता ने जो जानकारी अपने चैनल को दी है उसके मुताबिक इनकम टैक्स की अलग अलग टीमें जी ग्रुप के मुंबई स्थित अलग-अलग दफ्तरों पर छापेमारी कर रही हैं. आज दिन में 11 बजे के करीब इनकम टैक्स की दो अलग अलग टीमें दो अलग अलग जगहों पर पहुंचीं. मुंबई के वर्ली इलाके में जी ग्रुप का हेडक्वार्टर है. एक टीम तो यहां पहुंची. मुंबई के लोवर परेल इलाके में जी ग्रुप के कई वेंचर्स के आफिसेज हैं. यहां भी आयकर विभाग की एक टीम पहुंची.
एबीपी न्यूज संवाददाता का अपने सूत्रों के हवाले से दावा है कि वित्तीय अनियमितताओं के चलते ये रेड की गई है.
इसका मतलब साफ है कि जी ग्रुप सत्ता की नजदीकी की आड़ में कई किस्म के गड़बड़झालों में लिप्त था. अब जब पानी सिर से उपर जाने लगा तो सत्ता की नींद टूटी है और केंद्रीय टीमों को डैमेज कंट्रोल यानि समय रहते बड़ी गड़बड़ी होने से रोकने के लिए लगा दिया गया है.
जी ग्रुप की कंपनियों पर इनकम टैक्स रेड की खबरों को मीडिया हाउसों ने दबा रखा है. चूंकि चोर चोर मौसेरे भाई वाला मामला है इसलिए इस छापेमारी की खबर को दूसरे बड़े मीडिया ग्रुप दबाए हुए हैं या बहुत हल्के फुल्के तरीके से ब्राडकास्ट कर चुप्पी साध गए हैं. एबीपी न्यूज ने जरूर इस छापेमारी की शुरुआती खबर को चैनल पर दिखाया और इसे वेबसाइट पर भी अपलोड किया है. पर सोशल मीडिया के दौर में ये खबरें देर तक दबाकर नहीं रखी जा सकतीं.
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कमल कपूर
January 4, 2021 at 10:00 pm
सुधीर चौधरी यदि तिहाड़ की हवा खा चुके हैं तो आपके सम्पादक जी भी डासना जेल में अच्छा खासा समय व्यतीत कर चुके हैं ।
बस यूं ही सोचा , कि स्मरण करवा दूं