Himanshu Pandya : यह तस्वीर एक शिक्षक उमा खुराना की है. 28 अगस्त,2007 को उनके तुर्कमान गेट स्थित सरकारी स्कूल के बाहर अचानक भीड़ इकठ्ठा हुई और उमा जी कुछ समझ पातीं, इसके पहले गुस्साई भीड़ ने उन्हें स्कूल के बाहर खींचकर सड़क पर न केवल जान से मारने का प्रयास ही किया बल्कि सरे राह उनके कपडे फाड़ कर नग्न तक कर दिया था. मौके पर पहुंची पुलिस पर भी भीड़ ने पथराव कर दिया. पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी गई.
भीड़ ‘लाइव इंडिया’ नामक एक चैनल पर दिखाई गयी खबर से भड़की हुई थी जिसमें एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिये उन्हें सेक्स रेकेट चलाने का दोषी करार दिया गया था. जांच के बाद यह पूरा स्टिंग ऑपरेशन फर्जी पाया गया. सुधीर चौधरी नामक दलाल पत्रकार ने उमा जी के कुछ दुश्मनों के कहने पर यह नकली स्टिंग किया था. इसमें जिस लडकी को स्कूली छात्रा के रूप में दिखाया गया था, वह दरअसल उसी चैनल की एक रिपोर्टर थी, जो छात्रा होने की एक्टिंग कर रही थी.
न्यूज़ चैनल पर एक महीने का प्रतिबन्ध लगा दिया गया. उमा जी पूरी तरह बेदाग़ साबित हुईं. यही सुधीर चौधरी आजकल अपने उसी फर्ज़ी वीडियो के पुराने हथकंडे से लोगों को देशद्रोही साबित करने में लगे हैं. इस बार वे भीड़ को लोगों को मार देने के लिए उकसा रहे हैं. उमा जी की जगह खुद को रखकर सोचियेगा एक बार. एक पत्रकार हमें भेड़ियों में बदल रहा है.
जेएनयू में पढ़े और राजकीय महाविद्यालय डूंगरपुर में Lecturer के बतौर कार्यरत हिमांशु पंड्या के फेसबुक वॉल से. हिमांशु की यह पोस्ट एफबी पर तेजी से वायरल हो रही है.
Dinesh
August 3, 2016 at 3:00 am
बहुत ही शर्मनाक और निंदनीय है। महिला की इज्जत को तार -तार करने वाले को ऐसा दंड मिले की दुबारा ऐसी साजिश करने की हिम्मत नहीं करे।