मथुरा (उ.प्र.) के चन्द्रलेखा कैम्पस में 31 मई को आईएमए के पत्रकार सम्मान समारोह को संबोधित करते भड़ास4मीडिया के संस्थापक संपादक यशवंत सिंह
मथुरा (उ.प्र.) : पत्रकारिता दिवस पर एक सम्मान समारोह को मुख्यवक्ता के रूप में सम्बोधित करते हुए भड़ास4मीडिया के संपादक यशवंत सिंह ने कहा कि इस बड़े मीडिया घराने पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। मजीठिया आयोग की शिफारिशों को आज तक इन मीडिया घरानों ने लागू नहीं किया है। सत्ता एवं भ्रष्ट तंत्र के साथ जोड़तोड़ बनाकर मीडिया कर्मियों को उनके श्रम का न्याय संगत एवं वेज बोर्ड से निर्धारित वेतनमान नहीं दिया जा रहा है। इसीलिए अब सोशल मीडिया पर ही लोगों का भरोसा बढ़ रहा है। ऐसे हालात में एक सच्चाई ये है कि सोशल मीडिया ने अब परम्परागत मीडिया को पीछे छोड़ दिया है।
चन्द्रलेखा कैम्पस में दीप प्रज्ज्वलन कर पत्रकार सम्मान समारोह एवं विचारगोष्ठी के शुभारंभ की झलक।
गत दिवस 31 मई को पत्रकारों के मान-सम्मान एवं स्वाभिमान को समर्पित संस्था इंटेलीजेन्स मीडिया एसोसिएशन (आईएमए) ने सम्मान समारोह एवं विचार गोष्ठी ‘‘सामाजिक विकास में पत्रकारों की भूमिका’’ का आयोजन चन्द्रलेखा कैम्पस निकट एटीवी, एनएच 2 पर किया था, जिसमें बड़ी संख्या में जनपद के पत्रकार उपस्थित हुए।
विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए यशवंत सिंह ने कहा कि आज मीडिया में नीचे से भ्रष्टाचार नहीं है, बल्कि इसका आधार ऊपर से है। बड़े मीडिया घराने घिनौने तरीके से भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। मजीठिया आयोग की शिफारिशों को आज तक इन मीडिया घरानों ने लागू नहीं किया है। इससे मीडिया में काम करने वाले कर्मचारियों को उचित वेतनमान नहीं मिल पा रहा है। सच्चाई की पत्रकारिता की राह में कठिनाइयां अधिक हैं। फिर भी हमें समाज के प्रति अपने दायित्व को समझते हुये कार्य करना होगा।
उन्होंने कहा कि समाज विरोधी हालात से निपटने तथा आम आदमी की परेशानियों को दूर करने के लिए उस तक हमे पहुंचना होगा। आज पत्रकारिता का दायरा बड़ा हो गया है। हर घर, हर मौबाइल से पत्रकारिता हो रही है। आसपास कुछ गलत होते देख अब युवा भी उसे तुरन्त लोगों तक पहुंचाने लगे हैं। सोशल मीडिया ने अब परम्परागत मीडिया को पीछे छोड़ दिया है। अब अधिकारी भी सोशल मीडिया पर आ रही खबरों से घबराने लगे हैं। इसका दायरा और बढ़ना चाहिए।
विशिष्ठ वक्ता दिल्ली ईसान टाइम्स ग्रुप के सम्पादक संजय राय ने कहा कि पत्रकारों के सामने अनेक मजबूरियां हैं। उनको दूर की आवश्यकता है। पत्रकारों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। सरकारों और पत्रकारों को मिलकर इसके लिये योजना बना कर कार्य किये जाने की आवश्यकता है। जसवंत नगर के वरिष्ठ पत्रकार वेदव्रत गुप्ता ने कहा पत्रकार समाज का आईना है। वह समाज के के लिए प्रतिबद्ध होता है, लेकिन उसके लेखन को अखबारों के मालिक दबा देते हैं। इससे पत्रकार हतोत्साहित होता है तथा समाज में यह सन्देश जाता है कि समाज के प्रति उसकी उदासीनता है। पत्रकारों के वेतनमानों में विसंगतियां हैं। अखबारों के मालिक पत्रकारों का शोषण कर रहे हैं। उनके खिलाफ मोर्चा खड़ा करने की जरूरत है।
रामनगर से पत्रकार मंशा राय ने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि संगठन को मजबूत करने की दिशा में और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। पत्रकार के.के. वर्मा ने कहा कि पत्रकारों को अपने ज्ञान को बढ़ाना चाहिए तथा अधिक से अधिक अध्ययन करना चाहिए। चंदौसी के पत्रकार विनय समीर ने कहा कि पत्रकारों की आर्थिक स्थिति हमेशा से खराब है। इसी कारण वह अपने बच्चों की परवरिश ठीक से नहीं कर पाता है। जो पत्रकार बीमार होते हैं, अच्छा इलाज भी नहीं करा पाते हैं। इसके लिये सरकार की ओर से पत्रकारों को अच्छी स्वास्थ्य सेवायें मिलनी चाहिये। सिंगापुर प्रवासी विनय राय ने कहा कि पत्रकारों को किसी भी क्राइम को ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर नहीं छापना चाहिए बल्कि अच्छे कार्यों को बढ़ावा देना चाहिए। कार्यक्रम में और भी कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये।
आईएमए की राष्ट्रीय अध्यक्ष मन्जू वार्ष्णेय, अध्यक्ष नियन्त्रण समिति विनय समीर, प्रदेश अध्यक्ष अनूप गुप्ता, दैनिक कल्पतरू एक्सप्रेस आगरा से राजीव दधीच, दैनिक कल्पतरू एक्सप्रेस आगरा से भानुप्रताप सिंह, सम्पादक दैनिक अग्रभारत आगरा से धर्मेंन्द्र सिंह, जसवीर मलिक, सन्तोष गंगवार, डा. इन्द्रा राय विशेष आमन्त्रित सदस्य के रूप में उपस्थित थे।
इस अवसर पर ग्यारह पत्रकारों का सम्मान किया गया। ग्वालियर से राजेश चतुर्वेदी को संस्कृत में समाचार पत्र निकालने पर, कृषि समस्याओं लेख आदि के प्रकाशन पर दिलीप यादव को, अलवर के पत्रकार स्व. मुरारी लाल अग्रवाल को सम्मानित किया गया। उनके सम्मान को उनके भतीजे डा. धनेश अग्रवाल को दिया गया। बल्देव के स्व.गोविन्द बल्लभ पाठक का सम्मान उनके पुत्र राजेश पाठक ने ग्रहण किया।
विचार गोष्ठी में जनपद के पत्रकार मोहन स्वरूप भाटिया, डा. अशोक बंसल, एडवोकेट प्रदीप राजपूत, आईएमए के संस्थापक नरेन्द्र एम. चतुर्वेदी, डा. सी.के. उपमन्यु, सुनील शर्मा, विवेकदत्त मथुरिया, अमरेन्द्र गुप्ता एपीएन न्यूज दिल्ली, डा. धनेश अग्रवाल, मफत लाल अग्रवाल, गोपाल शर्मा, विनोद अग्रवाल, पं. ओमप्रकाश शर्मा, राजेश कुमार पाठक, कुन्ज बिहारी शर्मा, जितेन्द्र भारद्वाज, राजेश कुमार बब्बू, मिथलेश कुमार, रशिक बल्लभ, सुबीर सेन, चन्द्र प्रकाश पान्डेय, कुशल प्रताप सिंह, मोहनवीर सिंह, शशिकान्त, विपिन कुमार आदि उपस्थित थे। आयोजन के स्वागताध्यक्ष संयुक्त जाट आरक्षण संघर्ष समिति राष्ट्रीय अध्यक्ष एच.पी.सिंह परिहार थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल बख्शी ने की। सभी वक्ताओं का स्वागत आईएमए के जिलाध्यक्ष चौ. दलवीर सिंह विद्रोही ने और संचालन दीपक गोस्वामी ने किया।