लखनऊ। दीपक सिंघल हटा दिए गए। आज ही नतून ठाकुर ने दीपक सिंघल और अमर सिंह टेप वार्ता का उल्लेख करते हुए करीब एक करोड़ रुपये के लेनदेन की बातचीत की जांच कराने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखा था. टेपों को आधार बनाकर लिखे गए शिकायती पत्र के जाने के कुछ देर बाद ही दीपक सिंघल को प्रमुख सचिव के पद से हटा दिया गया। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था के मोर्चे पर लगातार हो रही किरकिरी के बीच प्रमुख सचिव दीपक सिंघल को हटाया है।
दीपक सिंघल की जगह राकेश बहादुर को यूपी का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है। सिंघल को कुछ हफ्ते पहले ही नियुक्त किया गया था। इसी के साथ राज्य में वरिष्ठ अधिकारियों के तबादलों का सिलसिला जारी है। अखिलेश सरकार ने आज प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) से जुड़े 61 अधिकारियों को इधर से उधर कर दिया है। राज्य सरकार की ओर से जारी की गई सूची के मुताबिक, कन्नौज के अपर पुलिस अधीक्षक अमर सिंह को गाजियाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक (अपराध) बनाया गया है। फैजाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह को कानपुर के केस्को के अपर पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
फैजाबाद के पुलिस उपाधीक्षक अरुण कुमार सिंह को पुलिस महानिदेशक के कार्यालय से संबद्ध किया गया है। मेरठ के पुलिस उपाधीक्षक अरबिंद कुमार पांडेय को पीएसी 38वीं वाहिनी का अपर पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। आगरा के पुलिस उपाधीक्षक आशुतोष द्विवेदी को मथुरा के अपर पुलिस अधीक्षक (यातायात) का जिम्मा सौंपा गया है। प्रवक्ता के अनुसार, इसके अतिरिक्त कई वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला किया गया है। राज्य सरकार ने कुछ दिनों पहले ही 100 से अधिक आईएएस और आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया था।