पिछले चौबीस घंटे से एक फर्जी खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस खबर में एबीपी न्यूज के किसी अधिकारी के करोड़ों रुपये कैश के साथ पकड़े जाने का जिक्र करते हुए कहा गया है कि यह पैसा चुनाव संबंधित कवरेज के लिए दिया गया था. ज्ञात हो कि हाल में ही एबीपी न्यूज ने एक सर्वे दिखाया जिसमें अखिलेश यादव को यूपी का सबसे पसंदीदा चेहरा बताया गया. सर्वे आने के तत्काल बाद यह फर्जी खबर सोशल मीडिया पर वायरल करा दी गई.
फर्जी खबर के अंत में अमर उजाला गुड़गांव और उसके एक रिपोर्टर का नाम समेत जिक्र किया गया था. यानि यह बताने की कोशिश की गई थी कि खबर अमर उजाला के गुड़गांव कार्यालय ने ब्रेक की है. बाद में पाया गया कि यह खबर पूरी तरह फर्जी है और जिस नाम के रिपोर्टर का जिक्र किया गया है, उस नाम का कोई रिपोर्टर अमर उजाला गुड़गांव में नहीं है. अंतत: अमर उजाला प्रबंधन ने इस फर्जी वायरल खबर का संज्ञान लेकर एक खंडन जारी किया है. अमर उजाला डाट काम पर प्रकाशित खंडन में क्या कुछ कहा गया है, पढ़िए…
अमर उजाला के नाम से फर्जी खबर को वायरल किया गया : अमर उजाला
अमर उजाला को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही है झूठी खबर
टीम डिजिटल/अमर उजाला, नई दिल्ली
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह मैसेज गलत और झूठा है कि एबीपी न्यूज के एक अधिकारी को गुडगांव हाइवे पर गिरफ्तार किया गया। उनके साथ पहले से तैयार समाचार की कॉपी मिली हैं। जिन्हें दो माह बाद चैनल पर दिखाया जाना था। मैसेज के आखिर में यह भी लिखा है कि गुडगांव के अमर उजाला संवाददाता राकेश शर्मा द्वारा दिया गया समाचार है। अमर उजाला के गुडग़ांव ब्यूरो में इस नाम का कोई संवाददाता नहीं है। गुडग़ांव पुलिस के अनुसार यह खबर पूरी तरह फर्जी और बेबुनियाद है। इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। अमर उजाला की ओर से इस मामले की शिकायत दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में की जा रही है।