सिरसा। सिविल अस्पताल की बदहाल व्यवस्था की पोल खोलने पहुंचे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार के खिलाफ एक महिला चिकित्सक द्वारा पुलिस में शिकायत की गई है। वहीं इस मामले को लेकर सिरसा के पत्रकारों में रोष है तथा इसे मीडिया की आजादी का हनन करार दिया गया है। पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक मितेश जैन व उपायुक्त डॉ. अशंज सिंह से मिल कर इस मामले में महिला चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
जानकारी मुताबिक एक निजी चैनल के जिला संवाददाता विजय कुमार शनिवार सुबह सिविल अस्पताल पहुंचे। विजय के मुताबिक उन्हें किसी मरीज द्वारा सूचना दी गई थी कि अस्पताल में काफी अव्यवस्थाएं हैं। महिला वार्ड में प्रसूताओं के साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है। तीन-तीन महिलाओं को एक ही बैड उपलब्ध करवाया जा रहा है। सूचना के बाद पत्रकार विजय जसूजा कैमरे के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने इस आशय के शॉट भी कवर किए।
अस्पताल की पोलपट्टी खुलते देखकर वहां तैनात महिला चिकित्सक अर्चना अग्रवाल व उसकी साथी डॉ. पूनम ने पत्रकार से मामला दबाने के लिए कहा और धमकी दी कि अगर कवरेज बंद नहीं की तो वह छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज करवा देगी। इसके बाद महिला चिकित्सक ने पत्रकार विजय के खिलाफ जेजे कालोनी चौकी में अभद्र व्यवहार करने और काम में बाधा डालने की शिकायत कर दी।
महिला चिकित्सक द्वारा पुलिस में शिकायत करने को लेकर पत्रकार संगठनों ने इसकी कड़ी भर्त्सना की है। इस प्रकरण में पत्रकारों का एक प्रतिनिधि मंडल उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक से मिला तथा मामले की निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। प्रतिनिधी मंडल में पत्रकार धीरज बजाज, राजेंद्र संधू, राजेंद्र ढाबां, सुरेंद्र सैनी, सुरेंद्र वत्स, विक्रम भाटिया, अमर सिंह, संदीप मोरवाल, नकूल जसूजा, सतनाम सिंह, महेंद्र घणघस, रामरत्न, कृष्ण तेतरवाल, पंकज धींगड़ा, नवीन, भूपेंद्र पंवार सहित अन्य पत्रकार उपस्थित थे।