बिहार के पूर्णिया में एक पत्रकार अशोक कुमार को उनके कटिहार के कोसीबाग स्थित घर के बाहर से शराब की बोतल मिलने के बाद जेल भेज दिया गया। एक मासिक पत्रिका तापमान के लिए काम करने वाले अशोक को देर रात गिरफ्तार कर मेजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। तापमान के संपादक अविनाश चन्द्र मिश्रा का कहना है कि शराब की बोतल उसके घर के बाहर एक पॉलिथीन बैग में मिली थी और पुलिस ने उस व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है जिसने ऐसा किया था। अशोक से पहले बहुभाषीय टीवी चैनल के लिए काम करने वाले ब्रजेश झा को भी पुलिस ने अवकारी और प्रतिबंध से जुड़ी धाराओं में गिरफ्तार किया था। उसे बाद में जमानत मिल गई लेकिन प्रबंधन ने उसे नौकरी से निकाल दिया।
उधर, उत्तर प्रदेश के कानपुर से खबर है कि कोर्ट परिसर में एक मुकदमे की पैरवी करने आये पत्रकार पर अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। घायल पत्रकार ने किसी तरह एक वकील के चैम्बर में घुसकर अपनी जान बचाई। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल पत्रकार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। इस घटना से जिले के पत्रकार संगठनों में भारी आक्रोश है। बीते एक साल में उत्तर प्रदेश में एक दर्जन से अधिक पत्रकारों पर हमले हो चुके है आधा दर्जन से जादा पत्रकारों की मौत हो चुकी हैं। फिर भी पत्रकारों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे है। कानपुर के कचहरी में स्थानीय दैनिक समाचार पत्र के संवादाता चन्दन जायसवाल अपने परिवार के एक मुकदमे की पैरवी करने आये थे। तभी पहले से घात लगाकर बैठे सात लोगों ने धार दार हथियार से उन पर हमला बोल दिया, जिससे चन्दन जायसवाल घायल हो गये।
घायल पत्रकार ने किसी तरह एक वकील के चैम्बर में घुस कर जान बचाई। जब तक वकीलों ने बदमाशों को ललकारा तो बदमाश मौके से फरार हो चुके थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल पत्रकार को जिला अस्पताल पहुंचाया। चन्दन जायसवाल पर हुए जान लेवा हमले से कानपुर प्रेस क्लब समेत अन्य पत्रकार संगठनो में आक्रोश है। अस्पताल पहुंचे पत्रकारों ने पुलिस से आक्रोश जताते हुए अपराधियों को तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए। पुलिस के आलाधिकारियों ने मामला दर्ज कर हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी की बात कही है।