पहले इराक और अब सीरिया. अबू अल-बगदादी के लड़ाकों ने.. इन दोनों देशों में कत्लेआम मचाया हुआ है. बगदादी ने अब अपने कब्जे के शहरों में काम कर रहे पत्रकारों के लिए एक नया फरमान जारी किया है. साथ ही उसने ये ताकीद भी की है कि अगर किसी ने उसके इस फरमान की नाफरमानी की, तो उसका सिर कलम कर दिया जाएगा. इसके लिए उसने बकायदा एक गाइडलाइन भी जारी की है.
आईएसआईएस ने सीरिया और इराक में काम करने वाले सभी पत्रकारों के लिए एक फरमान जारी किया है. इस फरमान में कहा गया है कि अब इन दोनों मुल्कों में आईएसआईएस के कब्ज़े वाले शहरों और इलाकों में काम करने वाले हर पत्रकार को उनके साथ और उनकी देखरेख में काम करना पड़ेगा और अगर किसी जर्नलिस्ट ने उनके इस फरमान को नहीं माना तो उसे इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा. आपको बता दें कि आईएसआईएस पहले ही अमेरिका के दो पत्रकारों जेम्स फॉली और स्टीवन सॉटलॉफ के सिर कलम कर उनके वीडियो जारी कर चुका है. इस वक्त भी उसके लड़ाकों की गिरफ्त में ब्रिटेन का एक और पत्रकार जॉन कैन्टलीन है और वो उसे भी जान से मारने की धमकी दे चुके हैं.
दरअसल आईएसआईएस की तरफ से जारी इस फरमान में कहा गया है कि अगर किसी पत्रकार को सीरिया और इराक में चल रही लड़ाई पर कोई भी खबर करनी है तो उसे इसके लिए पहले आईएसआईएस के मीडिया सेल से इजाजत लेनी पडेगी. इतना ही नहीं अपने इस नए फरमान में आईएसआईएस ने पत्रकारों के लिए कुछ गाइडलाइंस भी जारी की है.
गाइडलाइन
- सभी पत्रकारों को अबू अल बगदादी का साथ देने का वादा करना होगा.
- वो जो भी काम करेंगे उस पर आईएसआईएस के मीडिया अफसर नज़र रखेंगे.
- पत्रकार सभी अतंर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसियों के साथ सीधे काम कर सकते हैं लेकिन वो किसी भी अंतर्राष्ट्रीय और लोकल सैटेलाइट टीवी चैनलों के साथ काम नहीं कर सकते.
- सभी पत्रकारों को आईएसआईएस के ब्लैकलिस्ट किए हुए टीवी चैनलों जैसे अल-अरेबिया और अल जज़ीरा के साथ काम करने से मना किया गया है.
- अखबारों में छपी हर खबर और फोटो के साथ उसे लिखने वाले पत्रकार और फोटोग्राफर का फोटो भी छपेगा.
- पत्रकार आईएसआईएस के मीडिया सेल की अनुमति के बगैर कोई भी खबर ना तो प्रकाशित करवा पाएंगे और ना ही उसे कवर कर पाएंगे.
- पत्रकार अपना सोशल मीडिया अकाउंट रख सकते हैं लेकिन उन्हें इस अकाउंट और पेज़ के बारे में आईएसआईएस को बताना होगा.
- सभी पत्रकारों को आईएसआईएस के कब्ज़े वाले शहरों और इलाकों में किसी भी फोटो को खींचते वक्त इन नियमों का पालन करना होगा.
- आईएसआईएस के मीडिया अफसर सभी पत्रकारों के काम पर नज़र रखेंगे और अगर किसी ने उनके फरमान को मानने में कोताही की तो उसे इस ग़लती के लिए कसूरवार माना जाएगा.
- आईएसआईएस के मुताबिक उसकी जारी की ये सभी गाइडलाइन फाइनल नहीं है और किसी भी वक्त इनमें ज़रुरी तब्दीली की जा सकती है.
- आईएसआईएस के कब्ज़े वाले शहरों और इलाकों में रिपोर्टिंग करने के लिए सभी पत्रकारों को आईएसआईएस के मीडिया ऑफिस से एक लाइसेंस लेना होगा. उसके बाद ही वो रिपोर्टिंग कर पाएंगे.
वैसे आपको बता दें कि जेम्स फॉली और स्टीवन सॉटलॉफ की हत्या के बाद से ही सीरिया और इराक में काम कर रहे ज्यादातर अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार आईएसआईएस के कब्जे वाले शहर छोड़ चुके हैं और फिलहाल उनकी जगह इन देशों के लोकल पत्रकार वहां पर काम कर रहे हैं. फिलहाल उनके सामने आईएसआईएस के इस नए फरमान को मानने के अलावा और कोई चारा नहीं है.
(साभार- आजतक)