कानाफूसी : केरल में कांग्रेस के टीवी चैनल ‘जयहिंद’ को राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी में लांच करने की खबरें आते ही कांग्रेस पार्टी से जुड़े पत्रकारों में घमासान मच गया है। पूर्व पत्रकार राजीव शुक्ला और पंकज शर्मा कांग्रेस की राजनीति में वर्षों से भीतर तक घुसे हुए हैं और आजकल पार्टी के पदों पर हैं। दोनों एक-दूसरे के विपरीत ध्रुव पर रहे हैं, लेकिन जयहिंद चैनल पर पकड़ बनाने के लिए दोनों में सुलह हो गई है। पहल शुक्ला ने की और संसद के मानसून सत्र के अंतिम दिनों में केंद्रीय कक्ष में उनके और पंकज शर्मा के बीच बातचीत हुई और फिर दोनों तीन बार गीले रात्रिभोज पर पांच सितारा होटलों में मिले।
कब्जे का रोड-मैप तैयार हो चुका है। लेकिन खुद को कांग्रेस का सबसे बड़ा शुभचिंतक मानने वाले और जयहिंद चैनल पर नजर लगाए बैठे कई पत्रकारों की नींद इस खबर ने उड़ा दी है। इनमें सबसे आगे आलोक मेहता हैं। वे इन दिनों बेरोजगार हैं और जयहिंद चैनल पर कब्जे के लिए बहुत उत्सुक हैं। वे राजीव शुक्ला के माध्यम से चैनल पर कब्जे की तैयारी कर रहे थे, लेकिन शुक्ला और शर्मा के ताजा समीकरणों ने उनका रास्ता रोक दिया है। मेहता को लगता था कि डा. कर्ण सिंह उनकी मदद करेंगे, लेकिन उन्होंने भी शर्मा-शुक्ला के गठजोड़ की बात पता चलने पर हाथ खड़े कर दिए।
एक और दावेदार हैं विनोद दुआ। दुआ ने अभी-अभी जनसत्ता से रिटायर हुए ओम थानवी और हिंदुस्तान टाइम्स के विनोद शर्मा का साथ लेकर आगे बढ़ने का कार्यक्रम बनाया है। लेकिन शुक्ला-शर्मा की जोड़ी सब पर भारी पड़ रही है। जयहिंद चैनल किसी के भी हाथ में जाए, पार्टी के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा और महासचिव जनार्दन द्विवेदी के पास अभी से जिन पत्रकारों के बायोडाटा विभिन्न पदों के लिए पहुंच गए हैं, उनके नाम हैं: कुमकुम चड्ढा, रेणु मित्तल, रश्मि सक्सेना, शीलेश शर्मा, कुमार आनंद, कुमार राकेश, शिखा परिहार, अनिता कत्याल, राकेश पाठक, प्रिया सहगल, के. बेनेडिक्ट, संजीव आचार्य और परवेज अहमद। समाचार है कि राष्ट्रीय चैनल सोनिया गांधी के जन्म दिन 9 दिसंबर को लांच होगा।