गोन्डा : प्रसिद्ध साहित्यकार, कवि, भाषाविद और आयुर्वेदचार्य जानकी शरण शुक्ल (68) का विगत दिवस लखनऊ में उपचार के दौरान निधन हो गया. अपने हंसमुख स्वभाव की वजह से लोकप्रिय श्री शुक्ल स्थानीय लाल बहादुर शास्त्री माहविद्यालय में लंबे समय तक पुस्तकालयाध्यक्ष रह चुके थे. स्वर्गीय शुक्ल अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं.
उनके पुत्र चंडीदत्त शुक्ल मुंबई में सीनियर फ़िल्म जर्नलिस्ट हैं. मझले पुत्र रविदत्त शुक्ल राजनीति में सक्रिय हैं, जबकि छोटे पुत्र भोलानाथ शुक्ल युवा पत्रकार हैं. जानकी शरण शुक्ल के आकस्मिक निधन पर ज़िले की जानी मानी हस्तियों ने शोक प्रकट किया है. 23 मई को शुक्ल की आत्मिक शांति के लिये उनके निवास काली भवानी मंदिर में तेरहवीं कार्यक्रम आयोजित होगा.