विख्यात न्यायविद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम जेठमलानी ने इरादा जाहिर किया है कि यदि वे कुछ साल और जिन्दा रहे तो आज के और पूर्व के केंद्रीय वित्त मंत्री जेटली और चिदंबरम दोनों को जेल भिजवा कर मानेंगे. जेठमलानी ने कहा कि चिदंबरम ने वित्त मंत्री रहते भ्रष्टाचारियों को बचाने का काम किया और अब जेटली भी यही कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ना तो कांग्रेस चाहती थी और अब ना भाजपा चाहती है काला धन रखने वालों के नाम उजागर हों.
दो टूक और खरी-खरी कहने के लिए मशहूर जेठमलानी ने कहा की लोकतंत्र खतरे में है क्योंकि राजनैतिक पार्टियाँ डकैतों के हवाले हैं. अच्छे लोगों की जुबान पर ताले लग गए हैं और वे सच बोलने की हिम्मत छोड़ चुके हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने अमित शाह को हत्या के मामले से बचाने के लिए मुझे फिर पार्टी में लिया और काम निकल गया तो हाशिए पर ढकेल दिया. मुझे अफ़सोस है कि मैंने कभी मोदी की तारीफ़ की थी.
यह नामी गिरामी हस्ती पिछले दो दिन भोपाल में थी और यहाँ उन्होंने नेशनल ला इंस्टीट्यूट और जागरण लेकसिटी लॉ कालेज में विधि विद्यार्थियों को क़ानून के गुर बताए.
राम जेठमलानी ने सत्रह बरस की उमर में वकालत पास कर ली थी और अब ९४ बरस में ठाठ से प्रेक्टिस कर रहे हैं. कल तक मध्यप्रदेश के राज्यपाल रहे स्वर्गीय रामनरेश यादव पर जब व्यापम मामले में गिरफ़्तारी की तलवार लटकने लगी तब उन्होंने जेठमलानी की सेवाएं ली थीं. जेठमलानी ने जबलपुर हाईकोर्ट में पैरवी कर यादव को इस आधार पर राहत दिलवाई की संवैधानिक पद पर रहते हुए उन्हें इससे छूट मिली है.
भोपाल से श्रीप्रकाश दीक्षित की रिपोर्ट.
ss
February 20, 2017 at 7:56 pm
Jethmalani sab, aap to khud “Choron ka sath diye”, ab kyon pachhta rahey ho? Jaisi karni, waisi bharni wali kahaawat to aapney suni hi hai. Ab pachhtaye hot ka, jab chidiya chug gai khet….