दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ अध्यक्ष अकबर चौधरी और संयुक्त सचिव सरफराज पर जेएनयू की छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। छात्रा भी ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) की पूर्व कार्यकर्ता बताई जा रही है। कुछ दिन पहले उसने नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) ज्वाइन किया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब किसी छात्रा ने छात्रसंघ के पदाधिकारियों पर इस तरह का आरोप लगाया है।
सूत्रों के अनुसार, अकबर चौधरी के साथ छात्रा के मित्रवत संबंध थे। बाद में वैचारिक स्तर पर मतभेद के कारण दोनों ने दूरियां बना लीं। बीते 23 जुलाई को दोनों के बीच झगड़ा होने की बात भी बताई जा रही है। इसके बाद छात्रा ने जीएसकैश (जेंडर सेंसटाइजेशन कमेटी अगेंस्ट सेक्सुअल हरास्मेंट) में यौन शोषण की शिकायत की। विश्वविद्यालय की आंतरिक जांच समिति जीएसकैश ने मामले में संज्ञान लिया है। जांच जल्द शुरू होने की संभावना है।
इस बारे में अकबर चौधरी का कहना है, ‘हम खुद आगे बढ़कर इस मामले को सार्वजनिक कर रहे हैं। पोस्टर लगाकर अपना मत भी रख रहे हैं। हम खुद चाहते हैं कि जो सच है वह सामने आए।’ इस मामले को लेकर जेएनयू आइसा की तरफ से पोस्टर भी आया है, जिसमें दोनों पदाधिकारियों ने कहा है कि यदि उन पर आरोप सिद्ध होते हैं तो पदों से इस्तीफा दे देंगे। आइसा के पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारी पीयूष राज का कहना है कि यह मामला राजनीतिक है। छात्रा ने छात्रसंघ अध्यक्ष से झगड़ा किया और उनका चश्मा भी तोड़ दिया था। आइसा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुचिता डे का कहना है कि जीएसकैश में मामले की शिकायत की गई है। जीएसकैश में मामले की जांच होती है तो दोनों पदाधिकारी अपने पद से और संगठन से इस्तीफा देंगे।