Connect with us

Hi, what are you looking for?

उत्तर प्रदेश

कानपुर प्रेस क्लब की करतूतों का महामंत्री ने किया खुलासा

कानपुर प्रेस क्लब के फर्ज़ीवाड़ा प्रकरण में क्लब के महामंत्री अवनीश दीक्षित द्वारा एस.आर.न्यूज़ के मुख्य प्रबन्ध सम्पादक बलवन्त के शिकायती पत्र पर जवाब देने के लिए डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे। उन्होंने डिप्टी रजिस्ट्रार को अपने जवाब सौंप दिया, जिसकी एक कॉपी एस.आर.न्यूज़ के प्रतिनिधि बृजेन्द्र कुमार मिश्र को भी दी गयी। 

<p>कानपुर प्रेस क्लब के फर्ज़ीवाड़ा प्रकरण में क्लब के महामंत्री अवनीश दीक्षित द्वारा एस.आर.न्यूज़ के मुख्य प्रबन्ध सम्पादक बलवन्त के शिकायती पत्र पर जवाब देने के लिए डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे। उन्होंने डिप्टी रजिस्ट्रार को अपने जवाब सौंप दिया, जिसकी एक कॉपी एस.आर.न्यूज़ के प्रतिनिधि बृजेन्द्र कुमार मिश्र को भी दी गयी। </p>

कानपुर प्रेस क्लब के फर्ज़ीवाड़ा प्रकरण में क्लब के महामंत्री अवनीश दीक्षित द्वारा एस.आर.न्यूज़ के मुख्य प्रबन्ध सम्पादक बलवन्त के शिकायती पत्र पर जवाब देने के लिए डिप्टी रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे। उन्होंने डिप्टी रजिस्ट्रार को अपने जवाब सौंप दिया, जिसकी एक कॉपी एस.आर.न्यूज़ के प्रतिनिधि बृजेन्द्र कुमार मिश्र को भी दी गयी। 

अवनीश दीक्षित ने पूर्व कार्यकारिणी पर आरोपों की बौछार करते हुए अपना बचाव किया। उन्होंने अपने बयान में स्पष्ट रूप से लिखा कि प्रेस क्लब की पूर्व कार्यकारिणी के संरक्षण में कानपुर प्रेस क्लब में काली करतूतें होती थीं, जिनको उन्होंने केवल छिपा कर पत्रकारों की गरिमा बचाने का कार्य किया है लेकिन वो काली करतूतें क्या थीं, इसका कोई वर्णन और प्रमाण नहीं है।

Advertisement. Scroll to continue reading.

उनका ये बयान वास्तव में चौकाने वाला है और उस वक्त ये बयान आया, जब उनके ऊपर ही फर्जीवाड़ा करने के अरोप लगे। इसमें कई ऐसे नए तथ्य भी उन्होंने उजागर किये, जिसका काउंटर जवाब देने के लिये एस.आर.न्यूज़ के प्रतिनिधि ने भी 15 दिन का वक्त माँगा, जिसे डिप्टी रजिस्ट्रार ने यह कहते हुए स्वीकृत कर दिया कि अभी तक के प्रमाणों से संस्था का नवीनीकरण रद्द किये जाने योग्य है। 

वहीं दूसरी ओर बलवन्त सिंह का कहना है कि ये जवाब केवल डिप्टी रजिस्ट्रार को गुमराह करने के लिए दिए गए जवाब में लिखे तथ्यों के साथ उन्होंने कोई प्रमाण नहीं दिए हैं जो तथ्य जवाब में लिखे हैं, उनके आधार पर केवल नवीनीकरण ही नहीं, बल्कि रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जाना चाहिए। 

Advertisement. Scroll to continue reading.

एसआर न्यूज से साभार

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement