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कटिहार में पत्रकारों की आपसी खेमेबंदी, ईटीवी के पत्रकार समेत दो के खिलाफ एफआईआर

कटिहार में पत्रकारों के बीच इन दिनों जबरदस्त खेमेबंदी है. नए घटनाक्रम के तहत पता चला है कि कटिहार के ईटीवी के पत्रकार मुकेश सिन्हा और वरिष्ठ पत्रकार राजरत्न कमल पर कटिहार पुलिस ने दलित उत्पीड़न एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. ये मामला कटिहार के ही एक पत्रकार रतन कुमार पासवान ने कटिहार के एससी-एसटी थाने में दर्ज कराया है. आरोप के मुताबिक इस घटना की मुख्य वजह 25 दिसंबर को पुलिस बनाम पत्रकार के बीच होने वाली एक मैत्री क्रिकेट है.

<p>कटिहार में पत्रकारों के बीच इन दिनों जबरदस्त खेमेबंदी है. नए घटनाक्रम के तहत पता चला है कि कटिहार के ईटीवी के पत्रकार मुकेश सिन्हा और वरिष्ठ पत्रकार राजरत्न कमल पर कटिहार पुलिस ने दलित उत्पीड़न एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. ये मामला कटिहार के ही एक पत्रकार रतन कुमार पासवान ने कटिहार के एससी-एसटी थाने में दर्ज कराया है. आरोप के मुताबिक इस घटना की मुख्य वजह 25 दिसंबर को पुलिस बनाम पत्रकार के बीच होने वाली एक मैत्री क्रिकेट है.</p>

कटिहार में पत्रकारों के बीच इन दिनों जबरदस्त खेमेबंदी है. नए घटनाक्रम के तहत पता चला है कि कटिहार के ईटीवी के पत्रकार मुकेश सिन्हा और वरिष्ठ पत्रकार राजरत्न कमल पर कटिहार पुलिस ने दलित उत्पीड़न एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. ये मामला कटिहार के ही एक पत्रकार रतन कुमार पासवान ने कटिहार के एससी-एसटी थाने में दर्ज कराया है. आरोप के मुताबिक इस घटना की मुख्य वजह 25 दिसंबर को पुलिस बनाम पत्रकार के बीच होने वाली एक मैत्री क्रिकेट है.

आरोप के अनुसार पत्रकार टीम के खिलाड़ियों का चयन पत्रकारों के चंद ठेकेदारों ने बंद कमरे में अपने मन मुताबिक किया और अपने चहेते पत्रकारों को चयनित कर अंतिम सूची जारी कर दी. इसमें कटिहार के पत्रकार रतन कुमार पासवान का नाम शामिल नहीं था. इस बात की जानकारी लेने जब रतन कुमार पासवान टीम के मुख्य चयनकर्ता ईटीवी के पत्रकार मुकेश सिन्हा और राजरत्न कमल के पास पहुंचे तो दोनों चयनकर्ताओं ने रतन कुमार पासवान को जातीय संबोधन के साथ -साथ गाली गलौज की. इसकी शिकायत स्थानीय एससी-एसटी थाने में रतन कुमार पासवान द्वारा किया गया.  इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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उधर, इस मामले में दूसरे पक्ष का कहना है कि रतन पहले भी कई लोगों पर दलित उत्पीड़न का केस कर चुके हैं और इसकी आड़ में अपने निजी हित साधते हैं. चर्चा है कि कुछ पत्रकारों ने मिलकर कटिहार के बाहर के रहने वाले और कटिहार में पत्रकारिता कर रहे मुकेश सिन्हा और राज रतन कमल को निपटाने की साजिश रची है. मुकेश और राज रतन साफ छवि के बताए जाते हैं. जो लोग रतन कुमार पासवान को प्रमोट कर रहे है उन पर हत्या और लूट समेत उगाही के मामलों में एफआईआर हो हो चुकी है. कुल मिलाकर कटिहार में पत्रकारों के बीच दो खेमा बन चुका है और दोनों एक दूसरे पर जबरदस्त आरोप-प्रत्यारोप में उलझे हुए हैं.

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0 Comments

  1. RANA

    December 22, 2014 at 2:12 am

    साफ़ छवि का पत्रकार मुकेश सिन्हा और राजरत्न कमल , हा हा हा हा
    मुकेश सिन्हा पर पहले भी एक बिल्डर से रंगदारी का मुक़दमा कटिहार में ही दर्ज कराया गया था , मुकेश सिन्हा और साफ़ छवि 50 रुपये में ईटीवी को सरेआम , हर रोज बेचता है , रही बात राजरत्न कमल की तो उसका सेक्सुवल टेस्ट करा लिया जाय मेरा दावा है उसको सेक्सुवल डिजीज होना ही होना है और हो भी क्यों ना , ये रोजाना चमेली गली के परमानेंट ग्राहक जो ठहरे ! शर्म करो , शर्म करो

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