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‘मध्यप्रदेश जनसंदेश’ के फीचर संपादक बने रवि प्रकाश मौर्य, 4 अन्य भी जुड़े

सतना से खबर है कि रवि प्रकाश मौर्य ने ‘मध्यप्रदेश जनसंदेश’ में नयी पारी की शुरुआत की है. यहाँ उन्हें ‘फीचर संपादक’ बनाया गया है. पत्रकारिता में दस साल का अनुभव रखने वाले कथाकार व लेखक श्री मौर्य को यहां फीचर को रीलॉन्च करने की जिम्मेदारी दी गयी है. वह इससे पूर्व जनसंदेश टाइम्स, दैनिक जागरण, हरिभूमि, हर शनिवार वीकली मैगजीन में काम करने के साथ कई पत्रिकाओं का संपादन कर चुके हैं। 2005 में उनकी एक किताब ‘सप्त शिखरों से साक्षात्कार’ प्रकाशित हो चुकी है। इसके अलावा अभी हाल ही में आई चर्चित नई पत्रिका ‘प्रयाग’ (अर्धवार्षिक) के वह सह संपादक भी हैं।

<p>सतना से खबर है कि रवि प्रकाश मौर्य ने 'मध्यप्रदेश जनसंदेश' में नयी पारी की शुरुआत की है. यहाँ उन्हें ‘फीचर संपादक’ बनाया गया है. पत्रकारिता में दस साल का अनुभव रखने वाले कथाकार व लेखक श्री मौर्य को यहां फीचर को रीलॉन्च करने की जिम्मेदारी दी गयी है. वह इससे पूर्व जनसंदेश टाइम्स, दैनिक जागरण, हरिभूमि, हर शनिवार वीकली मैगजीन में काम करने के साथ कई पत्रिकाओं का संपादन कर चुके हैं। 2005 में उनकी एक किताब ‘सप्त शिखरों से साक्षात्कार’ प्रकाशित हो चुकी है। इसके अलावा अभी हाल ही में आई चर्चित नई पत्रिका ‘प्रयाग’ (अर्धवार्षिक) के वह सह संपादक भी हैं।</p>

सतना से खबर है कि रवि प्रकाश मौर्य ने ‘मध्यप्रदेश जनसंदेश’ में नयी पारी की शुरुआत की है. यहाँ उन्हें ‘फीचर संपादक’ बनाया गया है. पत्रकारिता में दस साल का अनुभव रखने वाले कथाकार व लेखक श्री मौर्य को यहां फीचर को रीलॉन्च करने की जिम्मेदारी दी गयी है. वह इससे पूर्व जनसंदेश टाइम्स, दैनिक जागरण, हरिभूमि, हर शनिवार वीकली मैगजीन में काम करने के साथ कई पत्रिकाओं का संपादन कर चुके हैं। 2005 में उनकी एक किताब ‘सप्त शिखरों से साक्षात्कार’ प्रकाशित हो चुकी है। इसके अलावा अभी हाल ही में आई चर्चित नई पत्रिका ‘प्रयाग’ (अर्धवार्षिक) के वह सह संपादक भी हैं।

मिली सुचना के अनुसार फीचर विभाग में 4 अन्य लोगों ने भी ज्वाइन किया है. जनसंदेश टाइम्स, लखनऊ से इस्तीफा देकर विनायक राजहंस भी सीनियर सब एडिटर के रूप में “मध्यप्रदेश जनसंदेश” से जुड़ गए है. हरे प्रकाश उपाध्याय के इस्तीफा देने के बाद फीचर की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर थी. इसके पहले वह हरिभूमि में काम कर चुके हैं. इसी तरह भोपाल से अब्दुल शरीफ ने सीनियर डिज़ाइनर ज्वाइन किया है. वह इससे पूर्व भास्कर, हरिभूमि व पीपुल समाचार में काम कर चुके हैं. अभिषेक कांत पाण्डेय ने भी बतौर सब एडिटर यहाँ ज्वाइन किया है.

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0 Comments

  1. a.k shukla

    December 17, 2014 at 9:58 am

    andhy k haath bater lag gaya hai

  2. sahil

    December 17, 2014 at 6:36 pm

    Bhai, es samay ravi maurya ki buttering karne mein hi bhalayi hai. kya pata tumhare hath bhi bater lag jaye. vaise bhi aajkal tumhare hath mein kuchh nahi hai, 2000 rupye ki naukari bhi nahi.

  3. anand shukla

    December 19, 2014 at 8:17 am

    ravi maurya dalal hai

  4. anil kushwaha

    December 27, 2014 at 4:10 pm

    bade sarm ki baat hai ki kisi ki safalta ko andhey ke aage bater ki sangya dee ja rahi hai, khud ko dekho jagran se hatane ke baad jo durgati hui hai, us par sarm karne ke bajay besarmi par utaaru ho gai ho

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