पिछले चार माह से नेशनल दुनिया मेरठ में चल रही उथल-पुथल के बाद अखबार के मालिक शैलेंद्र भादौरिया ने मेरठ यूनिट के संपादक सुभाष सिंह का तबादला जयपुर कर दिया है। भादौरिया ने यह निर्णय नोएड ऑफिस में मेरठ के कर्मचारियों के साथ बैठक के बाद लिया। इसके पीछे मुख्य कारण मेरठ लेबर कोर्ट में कर्मचारियों द्वार किए गए मुक़दमें है जिनके कारण भदौरिया की जान आफत में पड़ गई है। बैठक में सुभाष सिंह के जयपुर तबादले व विज्ञापन टीम के स्वेच्छानुसार नोयडा या जयपुर ज्वाइन करने की बात कही गयी।
वहीं कर्मचारियों ने तबादले के बाद वेतन और कटौतियों में होने वाले सुधार के बारे में भी जानना चाहा। कर्मचारियों ने भादौरिया से लंबित वेतन व कटौतियों का हिसाब मांगा और उनकी आगे की योजना भी पूछी। इस पर भादौरिया ने कहा कि वो सप्ताह बाद यह तय करेंगे कि वो किसे हटाएंगे और किसे रखेंगे।
जबकि कर्मचारियों का कहना था कि उनकी शिकायतें लेबर कोर्ट में लंबित हैं इसलिए वेतन और अन्य भुगतान होने तक तबादलों पर रोक लगी हुयी है। फिलहाल सभी कर्मचारी ऊहापोह की स्थिति में हैं। वे बस यह जानना चाहते हैं, क्या शैलेंद्र भादौरिया कर्मचारियों को वेतन देंगे? क्या वह हर बार की तरह मेरठ कर्मचारियों से रुबरु होंगे?
उधर मेरठ ऑफिस पर मकान मालिक ने बकाए का नोटिस भेजा है और ऑफिस के ऊपर वाले हिस्से में स्थित संपादक सुभाष सिंह के कमरे में अपना ताला जड़ दिया है। इस स्थिति को भांप कर सुभाष सिंह ने बस अड्डे पर ही अपना बैग मंगवाया और रफूचक्कर हो गए।