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पत्रकार को पीटने के मामले में दो और पुलिसकर्मी निलंबित

नई दिल्ली : त्रिलोकपुरी इलाके में पिछले दिनों लगे कर्फ्यू के दौरान एक पत्रकार की पिटाई मामले में विवेक विहार थाने के दो और सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जिन पुलिस वालों को सस्पेंड किया गया है उनमें हेड कॉन्स्टेबल मुनेंद्र और सिपाही राजबीर सिंह का नाम शामिल है। इस मामले में विवेक विहार थाने के तत्कालीन एसएचओ राकेश सांगवान को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।

<p>नई दिल्ली : त्रिलोकपुरी इलाके में पिछले दिनों लगे कर्फ्यू के दौरान एक पत्रकार की पिटाई मामले में विवेक विहार थाने के दो और सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जिन पुलिस वालों को सस्पेंड किया गया है उनमें हेड कॉन्स्टेबल मुनेंद्र और सिपाही राजबीर सिंह का नाम शामिल है। इस मामले में विवेक विहार थाने के तत्कालीन एसएचओ राकेश सांगवान को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।</p>

नई दिल्ली : त्रिलोकपुरी इलाके में पिछले दिनों लगे कर्फ्यू के दौरान एक पत्रकार की पिटाई मामले में विवेक विहार थाने के दो और सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जिन पुलिस वालों को सस्पेंड किया गया है उनमें हेड कॉन्स्टेबल मुनेंद्र और सिपाही राजबीर सिंह का नाम शामिल है। इस मामले में विवेक विहार थाने के तत्कालीन एसएचओ राकेश सांगवान को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।

गौरतलब है कि त्रिलोकपुरी में लगी माता की चौकी पर दीवाली से पहले शुरू हुए मामूली झगड़े ने देखते ही देखते दंगा का रूप ले लिया था। 24 अक्टूबर को त्रिलोकपुरी में अलग-अलग स्थानों पर समुदायों के लोग एक दूसरे के सामने आकर पथराव करने लगे। हालात को बिगड़ता देख पुलिस ने यहां अघोषित कर्फ्यू लगा दिया था। हालांकि पुलिस अधिकारी लगातार कर्फ्यू की बात से इंकार करते रहे। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि इलाके में धारा-144 लगाई हुई है। 

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कवरेज करने पहुंचे पत्रकार राजेश सरोहा को यह कहते हुए रोका कि यहां से आगे नहीं जा सकते। राजेश वहीं पर रुक गए। पुलिस वालों से बातचीत के दौरान दूसरी तरफ से तत्‍कालीन एसएचओ राकेश सांगवान की जिप्सी आती हुई दिखाई दी। पुलिस वालों ने इस संवाददाता को वहां से जाने के लिए कहा। संवाददाता ने अपनी बाइक साइड खड़ी करते हुए कहा कि वह भी उनके साहब से मिल लेगा। इसी दौरान जिप्सी वहां पहुंच गई। सांगवान के पूछने पर एक पुलिस वाले ने उनसे झूठ बोल दिया कि जनाब यह शख्स जबरन घुसने की कोशिश कर रहा था।

इतना सुनते ही सांगवान ने पत्रकार के साथ धक्का मुक्की तथा मारीपट शुरू कर दी। पत्रकार ने एसएचओ को अपना परिचय भी दिया इसके बावजूद इसके उसने पुलिस वाले से लाठी लेकर मारना शुरू कर दिया। बाद में इस मामले में पत्रकारों ने पुलिस आयुक्त से भी शिकायत की थी और कार्रवाई की मांग की थी। जिला पुलिस द्वारा करवाई गई शुरुआती जांच के बाद संयुक्त पुलिस आयुक्त संजय बैनीवाल द्वारा गत पांच नवंबर को तत्कालीन थानाध्यक्ष राकेश सांगवान को निलंबित कर दिया गया था। अब इस मामले में दो अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।

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