मुंबई- हरियाणा लोकहित पार्टी ने भले ही कोसली के वरिष्ठ पत्रकार जगदीश यादव को अपनी पार्टी की ओर से चुनाव मैदानमे उतारा हो लेकिन महाराष्ट्र में किसी भी पार्टी ने पत्रकार को उम्मीदवारी देने में ज़रा भी रूची नहीं दिखाई है. महाराष्ट्र के सभी प्रमुख दलों ने अपने उम्मीदारों ने कल नामांकन कर दिया. चुनाव प्रत्याशियों की लिस्ट पर नजर डालने के बाद पता चला कि महाराष्ट्र में किसी भी पार्टी ने पत्रकार पर भरोसा नहीं जताया है. जबकी उम्मीदवारों की इस लिस्ट मे डॉक्टर, इंजिनियर, सेवानिवृत्त नौकरशहा, उद्योगपती आदि शामिल हैं लेकिन एक भी पत्रकार का नाम लिस्ट में नहीं है.
महाराष्ट्र मे पिछले पांच साल से पत्रकारो के उपर हो रहे हमलों में काफी बढ़ोत्तरी हुई है. हमलावारो में राजनैतिक दलों के कार्यकर्ता बड़ी तादात में हैं. दुसरी तरफ राज्य में पिछले कुछ सालो में सिचाई घोटाला हो, आदर्श घोटाला हो या अन्य घोटाले, इन सबका पर्दाफाश पत्रकारों ने ही किया है जिससे राजनैतिक दल पत्रकारों से खफा हैं. इसके चलते वे पत्रकारों को विधानसभा में आने नहीं देना चाहते।
महाराष्ट विधान परिषद की परंपरा रही है की पत्रकारों साहित्यकारों को विधान परिषद में भेजा जाता है. लेकिन पिछले पंद्रह-बीस साल से एक भी पत्रकार को विधान परिषद में भी नहीं भेजा गया. इसे चलते पत्रकारों की समस्याओं पर हाऊस में चर्चा भी नहीं होती. राजनैतिक दलो के इस रवय्ये से राज्य के पत्रकार काफी नाराज़ हैं. पत्रकार हमला विरोधी कृती समिती के अध्यक्ष एसएम देशमुख ने इस पर अपनी नाराजगी प्रकट की है.
राजनैतिक दलो ने भले ही पत्रकारों की उपेक्षी की हो लेकिन विदर्भ के सावणेर विधानसभा क्षेत्र से कळंबेश्वर पत्रकार संघ के अध्यक्ष तथा वरिष्ठ पत्रकार योगेश कोरडे निर्दल उम्मीदवार की हैसिएत से चुनाव मैदान में हैं. देखना है जनता उनका साथ देती है या नही.