सहरसा : फिल्म ‘पद्मावत’ के विरोध में शस्त्र के साथ मशाल जुलूस बुधवार की संध्या कई राजनीतिक एवं गैर राजनीतिक संगठनों द्वारा निकाला गया था। इस विरोध मार्च में छातापुर के भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू, पूर्व विधायक आलोक रंजन, किशोर कुमार मुन्ना और आईएमए से जुड़े कई चिकित्सक भी शामिल थे। स्थानीय वीर कुंवर सिंह चौक से निकला मशाल जुलूस जब शंकर चौक पहुंचा तो इस दौरान तस्वीर लेने के क्रम में पत्रकार तेजस्वी ठाकुर जब भाजपा के पूर्व विधायक आलोक रंजन के करीब पहुँचे तो वे गाली देने लगे। जब तेजस्वी ठाकुर ने विरोध किया गया तो मामला वहीं शांत हो गया।
पद्मावत के खिलाफ सशस्त्र प्रदर्शन में शामिल वर्तमान विधायक एवं दोनों पूर्व विधायक।
कार्यक्रम समाप्ति के बाद वापस आने के क्रम में डीबी रोड में ही पूर्व विधायक आलोक रंजन एवं उनके सहयोगी सरकारी शिक्षक शैलेश झा ने तेजस्वी ठाकुर को घेर लिया और गाली-गलौज करते हुए लाठी, लात घूंसे से पीटना शुरू कर दिया। यह हमला इतना अचानक हुआ कि पत्रकार तेजस्वी ठाकुर खुद को संभाल नहीं सके। उपरोक्त लोगों द्वारा ज़मीन पर घसीटते हुए मारते देख स्थानीय लोगों द्वारा बीच-बचाव किया गया और इसी दौरान तेजस्वी ठाकुर भागकर अपना जान बचा सके। यह हमला पूर्व विधायक ने तेजस्वी ठाकुर द्वारा लिखे एक फेसबुक पोस्ट से नाराजगी में की। इसके बाद सदर थाना सहित वरीय अधिकारी को जानकारी दी गई। सदर थाना मे पूर्व विधायक एवं उनके सहयोगी शिक्षक पर मामला दर्ज किया गया है। तेजस्वी ठाकुर द्वारा थाने में मामला दर्ज कराने के बाद पूर्व विधायक समर्थक शिक्षक शैलेश झा ने भी पत्रकार के खिलाफ एफआईआर के लिए आवेदन दे दिया है।