ना नाप, ना तोल, बस ख़ुदको सम्पादक बोल!
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद से डेढ़ दशक बाद प्रदेश में पत्रकारों की फ़ौज़ ने डीपीआर तो डीपीआर, गाँवों के सरपंचों तक की नींद उड़ा दी है, राजधानी रायपुर से तो कुछ पत्रकार सुबह से कैमरा टांगे सरपंचों तक चन्दा वसूली करने से दिन की शुरुआत करने लगे हैं, इतना ही नहीं आरएनआई बिना किसी अनुभव के पत्रकारों को टाईटल का प्रसाद बांटने में लगा है, और दो, चार पन्नों में नेट से खबरें चोरी कर छग में पत्रकारों की संख्या दिन दुनी रात चौगुनी तरक्की करने में लगी है।
छग में राजनांदगांव जिला पत्रकारों से अटा जिला माना जाता रहा है, पर अब कोई भी ऐरा गैरा ऐसे अजीबोग़रीब नामों से टाईटल पाने में लगा है, जिसे सुनते ही किसी के चेहरे पर व्यंग्यात्मक हंसी आना लाज़मी हो जाता है। भड़ास को सूत्रों से जानकारी मिली है कि प्रदेश के एक वरिष्ठ मंत्री के पास ऐसे ही एक कच्ची पत्रकारिता के युवा ‘सहयोग’ के लिए मिलने क्या गए, अख़बार का नाम सुनते ही मंत्री जी ने माथा पकड़ लिया। छग का प्रतिष्ठित पत्रकार वर्ग इस बात को ज़ोर देता है कि टाईटल वेरिफिकेशन के लिए जा रहे आवेदनों में अनुभव, योग्यता को विशेष तरज़ीह दी जाए, क्योंकि जिन्हें प्रदेश में जिलों की संख्या का पता नहीं, वो अपने नाम के साथ सम्पादक, स्थानीय सम्पादक, विशेष संवाददाता का तमगा टाँगे पान ठेलों से मंत्री बंगलों तक हाज़िरी मारते ऐसे ही दिखते रहेंगे।
भिलाई में पत्रकारो से मारपीट की घटना करने वालो के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित
भिलाई में टीवी पत्रकार के साथ अभद्र व्यवहार की घटना के सम्बन्ध में आपात बैठक बुलाई गई, जिसमे प्रेस क्लब के सभी पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में पत्रकारों पर आये दिन हो रही दुर्व्यवहार की घटना पर चिंता प्रगट करते हुए पिछले दिनों हुई भिलाई में टीवी पत्रकार के साथ बीजेपी नेता के पुत्र के द्वारा अभद्र व्यवहार की निंदा की गई। इस मामले में प्रेस क्लब अपनी ओर से बीजेपी की शिकायत बीजेपी के आला नेताओ से करेगी।
प्रेस क्लब की आपात बैठक में मौजूद सभी सदस्यों ने एक स्वर में भिलाई के पत्रकार नरेंद्र और विनोद को उचित न्याय दिलाने की मांग की । प्रेस क्लब इस आशय का एक पत्र गृह मंत्री को भेजेगा, जिसमें इस प्रकरण में शीघ्र आरोपी की गिरफ़्तारी और थाना प्रभारी जोशी द्ववारा गलत तरीके से अपराधियों का साथ देनी शिकायत की जायेगी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले को लेकर पिछले कुछ दिनों पहले भी बस्तर से रायपुर तक पत्रकारों का हल्ला बोल हुआ था।