पिछले एक महीने से सोशल मीडिया में इस बात की चर्चा है कि वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई आम आदमी पार्टी की तरफ से गोवा में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं. पिछले महीने सामाजिक कार्यकर्ता मधु किश्वर ने एक ट्वीट करके कहा था कि कांग्रेस के खेमे में चर्चा है कि गोवा चुनावों के लिए राजदीप सरदेसाई को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर उतारा जा सकता है. रविवार को गोवा की राजधानी पणजी में आयोजित आम आदमी पार्टी पार्टी की पहली चुनावी रैली में जाने-माने टीवी पत्रकार और फिलहाल इंडिया टुडे समूह में सलाहकार संपादक राजदीप सरदेसाई मौजूद थे.
इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एलान किया कि पार्टी गोवा के सभी 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, हालांकि उन्होंने राजदीप को लेकर कोई ऐलान नहीं किया. रैली में हिस्सा लेने के अलावा राजदीप ने दैनिक दि नवहिंद टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि गोवा की जनता यदि उन्हें मुख्यमंत्री बनने को कहती है तो वे तैयार हैं.
रैली में राजदीप की उपस्थिति और मीडिया में दिए इंटरव्यू के बाद इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि राजदीप आप की ओर से गोवा विधानसभा चुनाव में शिरकत करने वाले हैं. राजनीति में पत्रकार बिरादरी से जुड़े लोगों का जाना कोई नहीं बात नहीं है. विभिन्न पार्टियों में मौजूद कई शीर्ष नेता पूर्व में मीडियाकर्मी रह चुके हैं. कोई भी दल इससे अछूता नहीं है.
जानिए कुछ उन लोगों के नाम जो पत्रकारिता से राजनीति में आए….
द टेलीग्राफ, एशियन एज, इंडिया टुडे और द संडे गार्जियन जैसे संस्थानों में बड़े पदों पर काम कर चुके हैं एमजे अकबर फिलहाल बीजेपी से राज्यसभा सांसद है. लोकसभा चुनाव 2014 से पहले वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे और उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता का पद दिया गया था. 65 वर्षीय अकबर की राजनीति में यह दूसरी पारी है. इससे पहले 1989 के लोकसभा चुनाव में अकबर बिहार के किशनगंज से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत हासिल की थी. हालांकि, 1991 के लोकसभा चुनाव में वह चुनाव हार गए.
जनसत्ता अखबार के पूर्व रिपोर्टर राजीव शुक्ला पत्रिका, दैनिक जागरण, रविवार और संडे पत्रिका जैसे मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं. 2000 में वे अखिल भारतीय लोक क्रांति कांग्रेस पार्टी की ओर से पहली बार राज्यसभा के सदस्य बने. 2003 में उनकी पार्टी का विलय कांग्रेस में हो गया, जिसके बाद शुक्ला कांग्रेस के प्रवक्ता बने. वर्तमान में आईपीएल के गर्वनर राजीव शुक्ला कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं. उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में जन्मे 56 वर्षीय राजीव शुक्ला यूपीए-2 में संसदीय कार्य मंत्री भी रह चुके हैं.
इंडियन एक्सप्रेस और टाइम्स ऑफ इंडिया के संपादक रह चुके अरुण शौरी दो बार बीजेपी से राज्यसभा सांसद बने हैं. वाजपेयी सरकार में उन्हें विनिवेश मंत्री बनाया गया था. हाल के दिनों में शौरी मोदी सरकार पर लगातार मुखर होकर बोल रहे हैं. कई बार उन्होंने मोदी सरकार की आलोचना की है.
प्रभात खबर के प्रधान संपादक हरिवंश को 2014 में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की ओर से राज्यसभा के चुना गया था. धर्मयुग, रविवार जैसी पत्रिकाओं से जुड़े रहने के बाद लगभग 25 सालों से हरिवंश प्रभात पर्याय बन चुके हैं.
वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार और आईबीएन 7 के प्रबंध संपादक के पद पर रह चुके आशुतोष ने जनवरी, 2014 में आम आदमी पार्टी को ज्वाइन किया था. वह चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. फिलहाल आप के प्रवक्ता हैं. उन्हें 2018 में राज्यसभा भेजे जाने की चर्चा है.
तहलका के पूर्व पत्रकार आशीष खेतान लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. उन्होंने नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और मीनाक्षी लेखी (बीजेपी) से हार गए थे. वर्तमान में खेतान दिल्ली डायलॉग कमीशन के उपाध्यक्ष हैं. इसके अलावा दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिडलान भी पत्रकार रह चुके हैं.