कई पत्रकारों का हत्यारा बिहार का बाहुबली शहाबुद्दीन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के तिहाड़ जेल शिफ्ट किया जाना है तो इस मौके पर उसकी करतूतों की फिर चर्चा चहुंओर शुरू हो गई है. खासकर मीडियाकर्मियों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि दो-दो पत्रकारों की हत्या कराने वाले शहाबुद्दीन को आखिर क्यों राजनीतिक संरक्षण दिया जाता है और अभी तक उसके गुनाहों की सजा उसको क्यों नहीं दी गई. क्यों उसके सामने नेता, अफसर, जज समेत पूरा सिस्टम भय के मारे नतमस्तक हो जाता है.
इस बीच एक पुराना मामला पता चला है जिसमें शहाबुद्दीन के कुछ गुर्गे दिल्ली में हथियारों के साथ अरेस्ट किए गए थे. उनमें से एक ने पुलिस के सामने अपने दिए बयान में कुछ कुछ सनसनीखेज खुलासे किए थे. उसने बताया था कि नेपाल में आईएसआई, शहाबुद्दीन और अन्य के बीच मीटिंग में तहलका के तत्कालीन एडिटर इन चीफ तरुण तेजपाल और तहलका के ही खोजी पत्रकार अनिरुद्ध बहल को मारने की साजिश रची गई. इनकी हत्या करके तत्कालीन भाजपा सरकार को गिरवाना था क्योंकि तहलका ने भाजपा के लोगों का स्टिंग किया था और स्टिंग करने वालों की हत्या के बाद पूरा दोष भाजपा सरकार पर ही जाता.
ये मामला वैसे है पुराना लेकिन चार पन्नों का यह कुबूलनामा पहली बार भड़ास4मीडिया के जरिए पब्लिक डोमेन में लाया जा रहा है. इसे पढ़ने या डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए लिंक पर एक-एक कर क्लिक करें…
इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने शहाबुद्दीन को बिहार की जेल से दिल्ली की जेल शिफ्ट करने का आदेश दिया, जिसकी खबर इस प्रकार है…
पत्रकार राजीव रंजन की हत्या का आरोपी बाहुबली शहाबुद्दीन तिहाड़ जेल में होगा शिफ्ट, सुप्रीमकोर्ट ने दिया आदेश
देश के पत्रकारिता को झकझोर देने वाली घटना बिहार के पत्रकार राजीव रंजन की हत्या के आरोपी और बिहार के सीवान के बाहुबली सहाबुद्दीन को अब बिहार से नयी दिल्ली के तिहाड़ जेल में भेजा जाएगा। माननीय सुप्रीमकोर्ट ने शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने का आदेश सुनाया है।माननीय सुप्रीमकोर्ट ने पत्रकार राजीव रंजन की विधवा आशा रंजन सहित कई पीड़ितों की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया। पूर्व सांसद और बिहार का यह बाहुबली इस समय सीवान की जेल में बंद है।
तेजाब कांड समेत कई मामलों के आरोपी राजद नेता और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को बुधवार की सुबह सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के तिहाड़ जेल में शिफ्ट कराने का फैसला सुनाया है। शहाबुद्दीन को सीवान जेल से तिहाड़ जेल भेजने की मांग करने वाली कई याचिकाओं पर सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी को फैसला सुरक्षित रख लिया था। पत्रकार राजदेव रंजन की विधवा आशा रंजन ने शहाबुद्दीन से अपनी जान पर खतरा बताते हुए उनको तिहाड़ जेल (दिल्ली) भेजने का आग्रह सुप्रीम कोर्ट से किया हुआ है। सीबीआई, शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल भेजने पर अपनी सहमति जता चुकी है। सरकार भी कह चुकी है कि शहाबुद्दीन को कहीं के भी जेल में रखने पर उसे कोई आपत्ति नहीं है। पूर्व सांसद शहाबुद्दीन फिलहाल सीवान जेल में हैं।मगर जल्द ही उसे तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया जाएगा।
प्रिंस सुजीत और शशिकांत सिंह की रिपोर्ट.