संजय कुमार सिंह-
40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का वादा… द टेलीग्राफ में आज पहले पन्ने पर तीन कॉलम में प्रकाशित खबर का शीर्षक है, भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने के अमितशाह का वादा पिता-पुत्र के ‘घूस’ तक पहुंचा। कहने की जरूरत नहीं है कि कर्नाटक में भाजपा की सरकार विधायक खरीद कर बनी थी और इसपर “40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार” का आरोप था। लेकिन तमाम मामलों की तरह इसपर चुप्पी छाई रही और दावा तो किया ही गया। ऐसे में इस तरह का शीर्षक जरूरी है पर अब ऐसा होता कहां हैं।
आपको बता दूं कि कर्नाटक के लोकायुक्त की पुलिस ने भाजपा विधायक के नौकरशाह बेटे को घूस लेते गिरफ्तार किया है। बेटे ने पिता के बदले 80 लाख की घूस मांगी थी। पर खबर और शीर्षक? आइए, देखते हैं – उससे पहले यह जान लीजिये कि दिल्ली में मनीष सिसोदिया ने अगर पैसे लिए भी हो तो उत्पाद शुल्क नीति में बदलाव करके और नीति सार्वजनिक है। और सरकार का यह काम है जैसे बिहार में नीतिश कुमार ने शराब बंदी की है और उससे राजस्व का घाटा तो हो ही रहा है लोग देसी पीकर मर रहे हैं क्योंकि वह उपलब्ध है, भले अवैध रूप से। हालांकि यह अलग मामला है।
लेकिन मनीष सिसोदिया के पास या उनके किसी रिश्तेदार के यहां नकद बरामद नहीं हुआ है ना बैंक-लॉकर में पैसे मिले हैं। यहां विधायक-पुत्र की जोड़ी ने सरकारी कंपनी को कच्चा माल बेचने के एवज में पैसे मांगे और लिए थे। इंडियन एक्सप्रेस में यह खबर फोटो के साथ दो कॉलम में पहले पन्ने पर ठीक-ठाक है।
हिन्दुस्तान टाइम्स में यह खबर पहले पन्ने पर सिंगल कॉलम में है। शीर्षक है, कर्नाटक के भाजपा विधायक के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई हुई तो पुलिस को आठ करोड़ रुपए मिले। कहने की जरूरत नहीं है कि 40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार के आरोप के बावजूद सीबीआई-ईडी को ना सूचना मिली ना शक हुआ ना उसने पकड़ा। द हिन्दू में भी यह खबर पहले पन्ने पर दो कॉलम में है। गनीमत है कि भाजपा विधायक भी शीर्षक में है।