भोपाल : शराब के नशे में धुत होकर पत्रकारों पर बर्बरता करने वाले दारोगा और सिपाहियों के खिलाफ आखिरकार पुलिस को मुकदमा दर्ज करना पड़ा। दारोगा आरएस दांगी को बचाने की कोशिश करने वाली अवधपुरी की थानेदार शिखा बैस को भी लाइनहाजिर कर दिया गया है। यह कार्रवाई बुधवार को डीजीपी के सख्त रुख अपनाने के बाद हुई। इस बीच, पत्रकारों का हाल देखने के लिए मुख्यमंत्री बुधवार की शाम जेपी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि दोषी पुलिस वाले कतई नहीं बख्शे जाएंगे।
इससे पहले, गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह भी अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने डीजीपी से सख्त कदम उठाने को कहा। मंगलवार की रात एमपी नगर स्थित अखबार के दफ्तर से काम खत्म करने के बाद घर लौट रहे पत्रकार विजय प्रभात शुक्ला व कृष्ण मोहन तिवारी के साथ मारपीट करने वाला नशेबाज दारोगा आरएस दांगी दूसरे दिन भी नदारद रहा।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस के कुछ अफसर दांगी को बचाने की जुगत में लगे हैं। कोशिश है कि शरीर से शराब का अंश निकलने के बाद ही उसे पेश किया जाए। बुधवार सुबह गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने अस्पताल में पत्रकारों से मिलने के बाद डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला से एक्शन लेने के लिए कहा था। उधर पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि जनता की सुरक्षा की बजाय पुलिस बेकसूर पत्रकारों को प्रताडि़त कर रही है।
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