गिरीश मालवीय-
ये लोग ऐसे फेक न्यूज़ फैलाते है…… बंगाल में चुनाव नतीजे आने के बाद हुई हिंसा में बीजेपी की आईटी सेल ने अपने कार्यकर्ताओं के मारे जाने का दावा करते हुए शेयर किए गए वीडियो में एक ज़िंदा आदमी को ही अपना मृत कार्यकर्ता बता दिया गया बीजेपी ने जिसे अपना मृत कार्यकर्ता मानिक मोइत्रा होने का दावा किया है, वह इंडिया टुडे ग्रुप के पत्रकार अभ्रो बनर्जी हैं और वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
यह गलती सामने आने के बाद बीजेपी आईटी सेल ने वीडियो को डिलीट कर दिया और अभ्रो की तस्वीर को हटाकर नया वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
इस वीडियो को लेकर बीजेपी घिर गई है और टीएमसी ने उस पर फेक न्यूज के जरिए हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। यही नहीं खुद अभ्रो बनर्जी ने एक ट्वीट कर कहा कि उनकी तस्वीर का बीजेपी आईटी सेल की ओर से बेजा इस्तेमाल किया जा रहा है।…..अभ्रो बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘मैं अभ्रो बनर्जी हूं। जिंदा और सुरक्षित हूं। । कृपया, इन फर्जी पोस्ट्स पर यकीन न करें और चिंतित न हों। इस ट्वीट के साथ ही अभ्रो ने बंगाल बीजेपी के पेज से शेयर हुए वीडियो का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है, जिसमें उनकी तस्वीर दिख रही है।
यह एक घटना ही नहीं है इसके अलावा यह झूठी खबर भी फैलाई गयी कि बीरभूम ज़िले के नानूर में बीजेपी की दो महिला चुनावी एजेंटों के साथ टीएमसी के लोगों ने सामूहिक बलात्कार और मारपीट की है. हकीकत यह है कि उस महिला ने इस दावे को पूरी तरह फ़र्ज़ी क़रार दिया है. पुलिस अधीक्षक नागेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने भी कहा है कि ज़िले में बलात्कार की कोई घटना नहीं नहीं हुई.
यह सही है कि बीजेपी कार्यकर्ताओ के साथ हिंसा की कुछ घटनाए बंगाल में हुई है लेकिन जब यह लोग ऐसे फर्जी वीडियो बनाते है ऐसी फेक न्यूज़ फैलाते है तो खुद अपनी क्रेडिबिलिटी खराब कर लेते है.
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