एबीपी न्यूज ने नया शो प्रेस कांफ्रेंस ने शुरू किया है जो हर शनिवार रात 8 बजे, रविवार सुबह 10 बजे और रात में 8 बजे प्रसारित किया जाता है. एबीपी न्यूज के पहले शो में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिरकत की और खुलकर सारे सवालों का जवाब दिया. ये देश का इकलौता पहला शो है जिसमें 12 वरिष्ठ पत्रकार शामिल हैं जो हर गेस्ट से ये सवाल करेंगे. प्रेस कांफ्रेंस शो के एंकर वरिष्ठ पत्रकार दिबांग हैं.
पहले इंटरव्यू ‘शो’ में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘ठुल्ला’ शब्द पर माफी मांगी। वह कहते हैं, प्रधानमंत्री दिल्ली सरकार को ठीक से काम नहीं करने दे रहे हैं, एलजी साहब और पुलिस कमिश्नर बस्सी साहब हैं अच्छे इंसान। उनसे कोई विवाद नहीं। उनपर ऊपर से प्रेशर बनाया जाता है। प्रधानमंत्री जी दिल्ली पुलिस का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, ठुल्ला कहने पर मुझ पर एफआईआर दर्ज करवाया गया लेकिन सुषमा स्वराज वसुंधरा राजे, शिवराज के खिलाफ क्यों नहीं हुई दर्ज एफआईआऱ ? वह वादा करते हैं कि पांच साल में दिल्ली में वैट आसान हो जाएगा। उन्होंने ने माना कि उनसे दो गलतियां हुई हैं। वह कहते हैं कि बीजेपी को दिल्ली में केन्द्र सरकार के साथ अपने रवैये का खामियाजा बिहार में भुगतना पड़ेगा। उन्होंने खुद बिहार चुनाव में प्रचार के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। इंटरव्यू में उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने का शौक नहीं है।
अपने इस अनोखे शो को लेकर ‘एबीपी न्यूज’ लिखता है- ” ठुल्ला शब्द का मतलब होता है निठल्ला. ये अपमानजनक शब्द है. अरविंद केजरीवाल के द्वारा ठुल्ला शब्द इस्तेमाल करने के बाद ये शब्द ट्विटर, फेसबुक से लेकर व्हॉट्सएप पर चर्चा का विषय बन गया है. लोगों ने ‘ठुल्ला’ को लेकर कमेंट करने शुरू किए तो पुलिसकर्मियों ने भी उसे काउंटर करना शुरू कर दिया. इसी मामले को लेकर कई पुलिसवाले केजरीवाल के खिलाफ कोर्ट भी पहुंच गये हैं.
”केजरीवाल ने ठुल्ला शब्द का इस्तेमाल करके चौतरफा निशाना साधने की कोशिश की है . दिल्ली में मीनाक्षी की हत्या के बाद जनता दिल्ली सरकार और पुलिस पर उंगुली उठा रही थी . केजरीवाल ने इस शब्द का इस्तेमाल करके ये जताने की कोशिश की है पुलिस कुछ नहीं कर रही है यानि दिल्ली की पुलिस निठल्ली है. केजरीवाल पर जनता सवाल नहीं उठाए इसीलिए उन्होंने ये कहकर गेंद पुलिस के पाले में डालने की कोशिश की. ठुल्ला शब्द के बाद केजरीवाल की काफी निंदा होने लगी. कैसे एक मुख्यमंत्री इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर सकते हैं . केजरीवाल को इस शब्द के जरिए जो संदेश देना था वो संदेश दिल्ली में नहीं पूरे देश में फैल चुकी है.”