सुशील मानव-
साल 2013 में बुल्गारिया में प्रमुख विपक्षी नेता पर गैस गन से किये गये फेक हमले का वीडियो आज सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया। जिसे एबीपी न्यूज और पंजाब केसरी ने ताजा न्यूज के नाम से ऑनलाइन पब्लिश किया है। ये लोग फैक्ट चेक करने की ज़रूरत ही नहीं समझते, न ही इन्हें अपनी विश्वसनीयता की फिक्र है.
उस घटना को लेकर द गॉर्जीयन ने साल 2013 में हमले को स्टंट बताया था क्योंकि ये हमला गैस पिस्टल से हुआ था। तब बुल्गारिया में कुछ तुर्कों सहित मुस्लिम मतदाताओं द्वारा समर्थित पार्टी, मूवमेंट फॉर राइट्स एंड फ्रीडम (एमआरएफ) के नेता अहमद डोगन पर बंदूक तानने के बाद पुलिस ने 25 वर्षीय ओकताई एनिमेहमेदोव को हिरासत में ले लिया। बाद में बुल्गारिया पुलिस ने बताया था कि एनिमेहम्मेदोव के पास एक गैस पिस्तौल थी जो काली मिर्च स्प्रे से भरी हुई थी, जबकि दो अन्य “गोलियाँ” केवल शोर पैदा करने वाली थीं। उसने राजधानी सोफिया में एक पार्टी कांग्रेस के दौरान डोगन के सिर पर बंदूक तान दी, लेकिन गोली चलाने में असफल रहा। टीवी कैमरे चालू रहने के कारण गार्डों और पार्टी के सदस्यों ने उन्हें जमीन पर गिरा दिया और पीटा।
एनिमेहम्मेदोव, एक जातीय तुर्क, ने कथित तौर पर अपने घर पर अपनी मां को संबोधित एक नोट छोड़ा था, जिसमें कहा गया था कि उसका पार्टी नेता को मारने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन वह बस उसे दिखाना चाहता था कि वह “अछूत” नहीं है।
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