मदन मोहन सोनी – आगरा
कभी कभी न्यूज चैनलों के पत्रकारों की रिपोर्टिंग देखकर लगता है कि नेताओं से ज्यादा मीडिया के चरित्र का पतन हो गया है। कुछ पत्रकार जिस तरह से एक खास राजनीतिक दल के लिए बैटिंग करते हैं, वो देखकर काफी पीड़ा होती है।
देश के पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं। बड़ी संख्या में छोटे बड़े खबरनवीस इन चुनावी राज्यों में पहुंचे हुए हैं। कुछ मीडियाकर्मी इन राज्यों में में अपनी पत्रकारिता को अंजाम दे रहे हैं तो कुछ पत्रकार अपने एजेंडे को चलाने में व्यस्त हैं।
ऐसे ही एबीपी न्यूज के एक रिपोर्टर राजस्थान के मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे हुए थे। सड़क किनारे बैठे एक बुजुर्ग से पत्रकार ने सवाल पूछा कि मालवीय नगर में क्या रहेगा रुझान ? बुजुर्ग ने जवाब दिया : अर्चना शर्मा जीतेगी !
रिपोर्टर पलट कर पूछता है : वो तो कांग्रेस की है….रिपोर्टर के सवाल पूछने का रवैया ऐसा होता है कि जैसे कांग्रेस भारत की नहीं किसी और देश की पार्टी है या फिर उनकी नजर में कांग्रेस को वोट देने की बात कहना कोई कानूनी अपराध है !
बुजुर्ग फिर बोलते हैं : वो जीतेगी, वो आदमी ऐसी है कि मैंने क्या गलत कहा, इतने में वहां मौजूद जनता तालियां बजाकर बुजुर्ग की बातों का समर्थन और एक तरीके से रिपोर्टर की हूंटिंग करती है।
इसके बाद रिपोर्टर के चेहरे पर झेंप साफ तौर पर दिखाई देती है। बुजुर्ग व्यक्ति फिर कहते हैं कि अचर्ना शर्मा ने हमारी बहुत मदद की है, हमारी आत्मा कहती है कि वो ही इस बार जीतेगी।
राजस्थान के मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से लगातार भाजपा चुनाव जीतती आ रही है। 2018, 2013, 2008 तीन बार लगातार बीजेपी के कालीचरण सरार्फ यहां से विधायक बनते आ रहे हैं। कांग्रेस की अर्चना शर्मा ने पिछली बार बीजेपी विधायक कालीचरण सर्राफ को कड़ी टक्कर दी थी। महज 1500 वोटों से कालीचरण सर्राफ इस सीट को बचाने में कामयाब हुए थें।