फ़रज़ाना ख़ान-
बहुत ही अफ़सोस के साथ ये कहना पड रहा है कि आज हमारे बीच नहीं रहे हमारे सीनियर अनाउंसर अनिल मुंशी जी! आकाशवाणी भोपाल से प्रसारित होने वाली ये आवाज़ हमेशा के लिए थम गई। हिंदी उर्दू और् इंग्लिश मे उनकी ज़बरदस्त महारत थी।
बीते वर्ष बड़े भाई श्याम मुंशी जी ने भी इस फानी दुनियां से विदा ले ली थी और अब छोटे भाई अनिल मुंशी भी अलविदा कह गए।
ये आकाशवाणी है विविध भारती का भोपाल केंद्र FM 103.5 MHZ पर, आपके साथ मैं हूं आपका ध्वनि मित्र अनिल मुंशी, ये आवाज अब कभी सुनाई नहीं देगी।
कई वर्षो से आकाशवाणी की इस आवाज़ के साथ काम करने का मौका मिला , उनसे बहुत कुछ सीखने को भी मिला, उनसे जुड़े हर व्यक्ति के दिलों में उनकी याद हमेशा बनी रहेगी। विनम्र श्रद्धांजलि…R I P
अशेन्द्र सिंह- अत्यंत दुखःद।अनिल मुंशी सर बहुत ही सहयोगी और मिलनसार स्वभाव के थे । मैंने आकाशवाणी में लगभग 7 साल काम किया। इस दौरान सर का सानिध्य और स्नेह मुझे मिला। फेसबुक पर तजुर्बे जिंदगी के नाम से सीरीज चलाकर जीवन के कटु सत्य संक्षिप्त वाक्यों में लिखा करते थे। परमात्मा उनको अपने श्री चरणों में स्थान दे। सादर श्रद्धांजलि