देवरिया : जिले के आम नागरिकों को छोड़ दीजिये जनाब, हालत तो यह हो गई है कि यहां के पत्रकारों का सम्मान अब पुलिसकर्मियों के हाथों सुरक्षित नहीं है। मनबढ़ किस्म के पुलिस कर्मी जब चाहते हैं किसी भी पत्रकार को सरेआम बेईज्जत कर देते हैं। हद तो यह है कि पुलिस विभाग के आला अधिकारी इस तरह के मामले में तत्काल कोई कार्यवाही भी नहीं करते हैं। इसी तरह का एक मामला संज्ञान में आया है जिसमें पुलिस विभाग के सी ओ सिटी के वाहन चालक ने एक वरिष्ठ पत्रकार की ऐसी तैसी कर दी। पत्रकार की गलती बस इतनी भर थी कि उसने सड़क किनारे खड़े वाहनों में सूआ से छेद करने आए सी ओ सिटी के वाहन चालक को ऐसा करने से मना कर दिया था।
बहरहाल पीड़ित पत्रकार ने इस घटना की लिखित शिकायत सी ओ सिटी से की है। इस बाबत पूछे जाने सी ओ सिटी ने बताया कि मामले की जानकारी है जिसकी जांच करवा रहा हूं। उधर घटना पर जिले के पत्रकारों ने रोष व्यक्त करते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सुरेन्द्र कुमार सिंगल पुत्र स्व0 बलवन्त राय सिंगल वरिष्ठ पत्रकार हैं। वे शुक्रवार को दोपहर में कोतवाली थाना अन्तर्गत सिविल लाइन्स रोड पर स्थित अपनी दुकान पंजाब स्टील टयूब पर बैठे थे कि उसी समय सी ओ सिटी का वाहन चालक बिगन प्रसाद सी ओ सिटी की सरकारी बोलेरो वाहन जिसका पंजीयन संख्या यू पी 52 ए जी 0190 से आया तथा वहां खड़े टैम्पों चालकों से वसूली करने लगा।
यह सारा नजारा पत्रकार अपनी दुकान में बैठे देख रहे थे तथा सम्भवतः अपने कैमरे में कैद भी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इस बीच सी ओ सिटी के मनबढ़ किस्म के उक्त चालक ने सड़क किनारे खड़े एक चार पहिया वाहन के टायर में सूजा से छेद कर उसे पन्चर करने का प्रयास करने लगा जिसका पत्रकार महोदय ने विरोध किया। बस फिर क्या था, उक्त वाहन चालक ने पुलिसिया रोब में न सिर्फ पत्रकार को उन्हें उनकी पत्रकारिता भुला देने की नसीहत दी बल्कि उन्हें भददी भददी गालियों से भी नवाजा और धमकी भी दी।
बताया जा रहा है कि अगल बगल के अन्य दुकानदारों ने जब एकत्रित होकर वाहन चालक से इस तरह दुर्ब्यवहार किए जाने का विरोध करना शुरू किया तो अंट संट बकते हुए और धमकी देते हुए उक्त वाहन चालक वाहन सहित वहां से फरार हो गया। बाद में पीड़ित पत्रकार ने सी ओ सिटी राकेश मिश्र को घटना की लिखित शिकायत करते हुए उचित कार्यवाही की मांग की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार उक्त वाहन चालक की पहले भी कई बार शिकायतें आ चुकी हैं लेकिन सत्ता पक्ष के एक बड़े नेता से उसका लगाव होने के नाते उसके खिलाफ जल्दी कोई कार्यवाही नहीं हो पाती है।
इस बाबत पुलिस अधीक्षक डा0 मनोज कुमार ने कहा कि यदि ऐसा कोई मामला है तो यह अत्यन्त गंभीर प्रकृति का है। उन्होंने कहा कि किसी भी पुलिस अधिकारी के वाहन चालक को यह कतई अधिकार नहीं है कि वह बिना सम्बन्धित अधिकारी के वाहन लेकर सड़क पर जाए तथा ट्रैफिक कन्ट्रोल करे या किसी वाहन से वसूली करे। उसका कार्य केवल वाहन को चलाना है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस प्रकरण की जांच करवाकर वे उचित वैधानिक कार्यवाही करेंगे।