समीरात्मज मिश्रा-
बहन जी मीडिया से भी बहुत नाराज़ हैं। किसी चैनल के डिबेट में अब अपने प्रवक्ता नहीं भेजेंगी।
इससे पहले मुसलमानों से ख़फ़ा हुई थीं। देखते हैं कि अगला नंबर किसका है।
शीतल पी सिंह-
करनैलगंज, गोंडा… बहुजन समाज पार्टी के मतदाताओं को देवीपाटन मंडल में बीजेपी ने सीधे सीधे निगल लिया।
रंजीत गोसाईं जिला पंचायत सदस्य चुने गए थे, बारह हजार वोट पाए थे। सोचा विधायक बन जांय, बीएसपी का टिकट खरीद लिया।
नतीजा यह निकला कि चार हज़ार वोट भी नहीं मिला। न उनको समझ आया न किसी और को कि क्या हुआ?
प्रमोद जोशी-
सीएसडीएस-लोकनीति के सर्वे से एक बात यह नजर आ रही है कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का सामाजिक आधार न केवल बदस्तूर है, बल्कि बेहतर हुआ है। यहाँ तक कि जाट वोट भी बढ़ा है। दूसरी तरफ सपा का जाट-वोट कम हुआ है।
इसका मतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सपा के जाट-प्रत्याशियों को तो जाट वोट मिला, पर गैर-जाट प्रत्याशियों को नहीं मिला। मोटे तौर पर सपा का जातीय-आधार भी बढ़ा है। पर दो बातें स्पष्ट हैं कि सपा का आधार मुसलमानों के बीच काफी बढ़ा है।
भाजपा का मुस्लिम-आधार भी बढ़ा है, पर बहुत मामूली। दूसरी तरफ सपा का मुस्लिम-आधार काफी बढ़ा है। वहीं उसका सवर्ण-आधार कमजोर हुआ है। इस चार्ट से आप अनुमान लगा सकते हैं कि किसका वोट किधर शिफ्ट हुआ।