बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की सबसे बड़ी सड़क निर्माण कम्पनी है आरएसके। इस कम्पनी पर सेलटैक्स भोपाल की विजलेंस टीम ने 22 अक्टूबर को छापा मारा।
26 जनवरी तथा 15 अगस्त को पत्रकारों को शानदार दावत देने वाली तथा हर तरह से उपकृत करने वाली कम्पनी की खबर अगले दिन सभी अखबारों से नदारत थी।
फिर 24 अक्टूबर को यह खबर भास्कर में सूचनात्मक छप गई।
भास्कर के प्रतिद्वन्दी पत्रिका में खबर गायब रही और उसके बाद कोई फॉलोअप भी नहीं किया।
बैतूल पत्रिका पिछले कुछ सालों से खबरे हजम करने या उसे अंडर प्ले कर जाने के लिए पूरे जिले में कुख्यात है। इस अखबार में हाई प्रोफाइल मामलों को हजम करने की आदत है। पत्रिका की इस तरह की कार्य प्रणाली के कई रूप सामने आते रहते हैं। जैसे भाजपा मंडल अध्यक्ष ने लोकल विधायक से रेत और अमानक बीज पर बयान जारी कर सवाल पूछा तो यह भी नहीं छापा जबकि भास्कर ने छाप दिया।
बैतूल विधायक की हर खबर बैतूल पूल आउट पर सामने के पेज पर प्रमुखता से छपती है पर उन से कोई सवाल करे या उन पर कोई उंगली उठ रही हो तो खबर गायब रहती है या अंडर प्ले हो जाती है। यह महज उदाहरण है। ऐसे और भी कई मामले हैं।
इस अखबार से बैतूल के दो उन कर्मचारियों की छंटनी की गई जो संस्था के काम के प्रति ईमानदार थे लेकिन वे लोग टिके हुए हैं जो चापलूसी कर लोकल में अखबार को अपनी दुकान की तरह उपयोग कर रहे हैं। इसीलिए जब जिला अस्पताल के डॉक्टरों पर पैसे लेकर ऑपरेशन करने के आरोप एक गरीब महिला लगाती है तो भी खबर गायब रहती है।
प्रेषक
मुकेश लुल्ला
समीक्षक एवं पाठक
विनोबा नगर, बैतूल