एनबीए. नेशनल ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन. नाम से ही जाहिर है कि सैटेलाइट न्यूज चैनल चलाने वालों का संगठन है ये. पर इस संगठन में सैकड़ों चैनल शामिल नहीं हैं. बावजूद इसके एनबीए के चंद मठाधीशों ने चुपचाप ये फैसला ले लिया कि हम सब अभी टीआरपी नहीं चाहते हैं.
ये फैसला लेने से पहले एनबीए में शामिल दूसरे ही कई चैनलों से कोई मशवरा नहीं किया गया. एनबीए के दो चार मठाधीशों ने खुद ही फैसला ले लिया. बताया जाता है कि ये मठाधीश टीआरपी से डरे हुए हैं क्योंकि लोकप्रियता की दौड़ में पिछड़ना बड़ा कष्टकारी होता है.
ज्ञात हो कि एनबीए के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स के अध्यक्ष रजत शर्मा हैं जो इंडिया टीवी के मालिक हैं. इसमें जी न्यूज, एबीपी न्यूज, आजतक आदि चैनल शामिल हैं. टीवी9 भी इस संगठन का सदस्य है लेकिन इस चैनल के प्रबंधन से कोई विचार विमर्श नहीं किया गया. इससे नाराज टीवी9 प्रबंधन ने केंद्री सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र भेजा है.
इस पत्र में तत्काल टीआरपी जारी कराए जाने का काम शुरू करने की मांग की गई है.
पत्र में विस्तार से समझाया गया है क्यों बार्क द्वारा न्यूज चैनलों का भी टीआरपी जारी किया जाना जरूरी है.
टीवी9 नेटवर्क के सीईओ वरुण दास की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि जब बार्क ने नान-न्यूज चैनलों की रेटिंग जारी करने का फैसला ले लिया है तो न्यूज चैनलों को इससे अलग क्यों रखा गया है. बात तो बस दो चार महीने तक स्थगित रखे जाने की थी. वो अवधि पूरी हो गई तो अचानक फिर से टीआरपी सस्पेंड क्यों किया गया.
देखें पूरा पत्र-