11 सितंबर दिन रविवार को एक बजे कांस्टीट्यूशन क्लब के स्पीकर हॉल में भड़ास4मीडिया के आठवें स्थापना दिवस के मौके पर भड़ास मीडिया सरोकार अवार्ड से शाह आलम, ममता यादव, आशीष सागर को भी सम्मानित किया जाएगा.
शाह आलम ने हाल के दिनों में ऐसी जानदार घुमंतू पत्रकारिता की है जिसे पढ़ सुन देख कर सच्चे मिशनरी पत्रकारों की याद आ जाती है. हजारों किलोमीटर की यात्रा इस शख्स ने प्रेस लिखी साइकिल से कर दी. रात हो या दिन, बारिश हो या गर्मी, साइकिल सवार यह पत्रकार बीहड़ गांव जंगलों में घूमता लिखता रिपोर्ट करता रहा. फेसबुक पर जो लोग शाह आलम से जुड़े हैं वे इस नौजवान के विलक्षण कार्य, अप्रतिम साहस और अदभुत सरोकार से मुग्ध हैं. भड़ास4मीडिया ने शाह आलम को सम्मानित कर ऐसी तेजस्वी युवा पत्रकारों की नई खेप को आगे बढ़ाने का फैसला किया है. शाह आलम के बारे में ज्यादा जानने, उनकी तस्वीरें देखने के लिए आप इस फेसबुक लिंक पर क्लिक कर सकते हैं https://www.facebook.com/shahalam1981
ममता यादव मध्य प्रदेश की हैं और भोपाल में लंबे समय से वेब जर्नलिज्म की अलख जगाए हैं. मल्हार मीडिया नाम से ये वेबसाइट संचालित करती हैं. ममता ने बाजारू पत्रकारिता के विकृत चेहरे को नजदीक से देखने महसूस करने के बाद वैकल्पिक पत्रकारिता की मुश्किल राह की तरफ मुड़ गईं. वे अपनी वेबसाइट के जरिए उन सच्चाई को सामने लाते रहीं जिन्हें बताने छापने से मुख्य धारा की मीडिया को पसीना आता रहा. मध्य प्रदेश की पत्रकारिता में युवा पत्रकारों की तेजस्वी खेप में ममता प्रमुख हैं. उन्होंने महिला होने के कारण पुरुषवादी मीडिया के कुरुप सामंती चेहरों की भी शिनाख्त की और इसके खिलाफ हर मंच माध्यम से आवाज उठाया. ममता ने बेहद मुश्किल हालात आने के बावजूद वैकल्पिक मीडिया से मुंह नहीं मोड़ा और अपने मिशन पर चलती गईं जिसके कारण उन्हें अब मध्य प्रदेश सरकार द्वारा भी मान्यता प्राप्त पत्रकार का तमगा देना पड़ा. ममता यादव जैसी महिला पत्रकारों की संख्या मीडिया में ज्यादा से ज्यादा होनी चाहिए ताकि मीडिया में आधी आबादी का संतुलन समुचित रहे, साथ ही सच को पूरी ताकत के साथ कहने की परंपरा कायम रह सके. ममता को भड़ास4मीडिया सम्मानित कर देश की सभी जांबाज और ईमानदार महिला पत्रकारों को सैल्यूट करता है. ममता यादव के बारे में ज्यादा जानने, उनकी तस्वीरें देखने के लिए आप इस फेसबुक लिंक पर क्लिक कर सकते हैं
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यूपी के बुंदेलखंड इलाके के आशीष सागर एक ऐसे स्वतंत्र पत्रकार हैं जिन्होंने खनन कारोबार के खिलाफ निरंतर अभियान चलाया. जनहित याचिका लगाई. सीबीआई जांच शुरू हुई. आशीष ने पूर्व बसपा सरकार के बाहुबली कैबिनेट मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दकी की अवैध सम्पति के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की जिसके बाद सीबीआई / ईडी जाँच के आदेश हुए. आशीष सागर सूचनाधिकार एक्टिविस्ट भी हैं. उन्होंने लगातार कई सरकारी योजनाओं का भ्रष्टाचार खोलने में सक्रिय भूमिका निभाई है. इंडिया टुडे मैग्जीन ने अपने 5 सितम्बर 2015 के अंक में देश के बारह प्रमुख व्हिसिल ब्लोअर्स में आशीष सागर को जगह दी है. आशीष को सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने के लिए कई संस्थाओ / समूहों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है. इन्हें पर्यावरण प्रहरी, सूचनाधिकार रत्न, बुन्देली गौरव सहित हाल ही में शाइनिंग डायमंड एवार्ड 2016 भी मिला है. युवा आशीष प्रवास सोसाइटी के निदेशक, भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) के बुंदेलखंड प्रवक्ता, अन्नदाता की आखत, हरियाली चौपाल, तालाब एवं भूदान चारागाह मुक्ति अभियान के संयोजक हैं. आशीष ने बिना डरे बुरे लोगों से लड़ाई लड़ी, समाज के गरीब लोगों के हित में काम किया, पर्यावरण के लिए जी जान से जुटे. उनकी इस अदभुत सक्रियता और जन सरोकार को देखते हुए भड़ास ने सम्मानित करने का निर्णय लिया है. आशीष सागर दीक्षित के बारे में ज्यादा जानने, उनकी तस्वीरें देखने के लिए आप इस फेसबुक लिंक पर क्लिक कर सकते हैं
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Comments on “भड़ास मीडिया सरोकार अवार्ड (5) : शाह आलम, ममता यादव और आशीष सागर होंगे सम्मानित”
भाई शाहआलम एक बेहद ईमानदार, परिश्रमी और जनता के दुःख दरर्द में साथ देने वाले निर्भीक पत्रकार हैं । इनकी जितना भी प्रशंसा की जाए कम है ।