रिलायंस समूह के मुखिया मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस रिटेल बड़ा दांव चलने की तरफ है. इसे लेकर अंबानी समूह और भारत की मोदी सरकार के बीच डील चल रही है. यदि डील परवान चढ़ती है तो यह अंबानी के रिटेल कारोबार को बड़ा फायदा देगा.
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार के साथ मिलकर रिलायंस ‘भारत’ ब्रांड के आटा चावल और दाल जैसी जरूरी चीजें एक तय कीमत पर बेच सकती है.
देश की सबसे बड़ी रिटेल चेन रिलायंस, अब सरकार के साथ मिलकर ‘भारत’ ब्रांड के जरिए गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों तक राशन लेकर पहुंचेगी. इससे रिलायंस को करोड़ों नए ग्राहक मिलेंगे जिन्हें वह दूसरे उत्पाद भी बेच सकता है. हालांकि यह तभी होगा जब डील फाइनल होगी.
गौरतलब है कि ‘भारत’ ब्रांड को सरकार ने इसी साल की शुरूआत में लॉन्च किया था. इसके तहत आटा, चावल और दाल जैसी चीजें बाजार भाव से काफी कम दाम पर बेची जाती हैं. सरकार ने यह कदम बढ़ती महंगाई से आम आदमी को राहत देने की नीयत से उठाया था.
एनबीटी डॉट कॉम में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अब तक ‘भारत’ ब्रांड के उत्पाद सरकारी संस्थाओं जैसे NCCF और NAFED के जरिए बेचे जाते हैं. लेकिन रिलायंस के विशाल नेटवर्क से जुड़ने के बाद इसकी पहुंच और बढ़ेगी. रिलायंस रिटेल के देशभर में 19,000 स्टोर हैं. कंपनी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जियो मार्ट के जरिए भी सामान बेचती है.
इस डील को लेकर कहा जा रहा है कि सरकार और रिलायंस दोनों को फायदा होगा. सरकार को उत्पादों की पहुंच बढ़ने और रिलायंस को नए ग्राहक मिलने का फायदा होगा.
रिलायंस रिटेल की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने अगस्त में कंपनी की सालाना आम बैठक में कहा था कि कंपनी का फोकस छोटे शहरों पर है, जहां उसके दो तिहाई नए स्टोर खुल रहे हैं.
इस डील को रिलायंस की ‘भारत’ रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया जा रहा है. इस डील का उद्देश्य देश के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रहने वाले करोड़ों ग्राहकों को लक्षित करना बताया जा रहा है.