राजगढ़ (म.प्र.) जिले के सहायक जनसंपर्क अधिकारी द्वारा पत्रकारों के साथ भेदभाव किया जा रहा है जिसकी जिले के पत्रकारों ने कड़ी निंदा की है. जिले में आयोजित कार्यक्रमों से लेकर अन्य गतिविधियों में सहायक जनसम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार द्वेदी द्वारा महज दो चार मुंह लगे पत्रकारों के अलावा बाकी के पत्रकारों से भेदभाव किया जा रहा है। कई मामलों में सूचना तक नहीं दी जाती। इसको लेकर जिले में संचालित गणेशशंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब जिलाध्यक्ष दिनेश जमींदार ने बताया कि पत्रकारों के मान-सम्मान को ठेस पहुंचेगी तो किसी को नहीं बख्शा जाएगा, चाहें वो कोई अधिकारी हों या आम जन. उन्होंने बताया कि ज्यादातर पत्रकारों को कोई विशेष मानदेय नहीं दिया जाता है और न ही हम किसी शासकीय संस्था के कर्मचारी हैं फिर भी सहायक जनसम्पर्क अधिकारी के माध्यम से प्रशासनिक गतिविधियों में भाग लेते हैं और उन्हें प्रकाशित कर समाज में जागरूकता लाने में अहम भूमिका निभाते हैं. सहायक जनसम्पर्क अधिकारी द्वारा किए जा रहे भेदभाव की हम निंदा करते हैं.
राजगढ़ जिले के पत्रकारों से चर्चा उपरान्त सहायक जनसम्पर्क अधिकारी की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए गणेशशंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब संभागीय अध्यक्ष माखन विजयवर्गीय ने जनसम्पर्क संचालनालय भोपाल में संचालक लाजपत आहूजा को शिकायत पत्र भेजा है. पत्रकार राकेश सक्सेना, पत्रकार अरुण सक्सेना, अमित सक्सेना, इश्त्याकनबी खान, अरुण श्रीवास्तव, दीपक विश्वकर्मा, मुकेश सक्सेना, हरिशंकर चोरसिया, गजराजसिंह मीणा, सुरेश नागर, सत्यनारायण वैष्णव, कमल चोरसिया, मांगीलाल कुशवाह, इंतेखाब लोदी, पुष्पेन्द्र पाराशर, अनूप शर्मा, विनोद शर्मा, भागवत शर्मा, सुरेश शर्मा, मुकेश सेन सहित अन्य साथी पत्रकारों ने निर्णय लिया है कि उक्त अधिकारी की मनमानी के चलते कलेक्टर के हस्तक्षेप के बिना जिले में शासकीय गतिविधियों के समाचार प्रकाशित नहीं किए जाएं.
Comments on “जिला जनसम्पर्क द्वारा किया जा रहा भेदभाव, पत्रकारों ने किया निंदा प्रस्ताव पारित”
मध्य प्रदेश के साथ -2 यूपी में भी यही दशा है चन्दौली जिलें के जनसूचना अधिकारी भी कुछएक पत्रकारों को ही सूचना देते है ।
पत्रकार एक रहेंगे तो सब सुनेंगे