भास्कर गुहा नियोगी-
पिछले दो साल से हृदय रोगियों के हक में ज्यादा बेड के लिए लड़ रहे बीएचयू सर सुंदरलाल अस्पताल के हृदय रोग विभाग के एचओडी प्रो ओमशंकर ने अंततः मरीजों के हक और हित की लड़ाई जीत ली। वो डिजिटल लाक के ब्लॉकेज को खुलवाने में सफल हो गए।
अनशन पर बैठने से ठीक पहले चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आईएमएस) के निदेशक प्रो शंखवार और अन्य अधिकारियों ने प्रो ओमशंकर को वार्ता के लिए बुलाया। घंटों चली वार्ता के बाद प्रो ओमशंकर द्वारा हृदय रोग विभाग में मरीजों के लिए ज्यादा बेड की मांग को तत्काल प्रभाव से मान लिया गया।
उनकी इस मांग को मान लेने के बाद हृदय रोग विभाग में बिस्तरों की संख्या बढ़कर 90 हो जाएगी। जिससे मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलेगी। जबकि पहले बिस्तरों की सिर्फ संख्या 47 थी।
इस बारे में प्रो ओमशंकर ने कहा कि मैं पिछले दो साल से सुपर स्पेशियलिटी भवन में बने हृदय रोग विभाग में ज्यादा बेड के लिए लड़ रहा था। लेकिन चिकित्सा अधीक्षक महोदय डिजिटल लाक को खोल नहीं रहे थे। जिसके लिए मैं आमरण अनशन पर बैठने वाला था। लेकिन मेरी सबसे प्रमुख मांग मान ली गई है। इसलिए मैंने अपने अनशन के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है लेकिन भ्रष्ट चिकित्सा अधीक्षक प्रो केके गुप्ता को उनके पद से हटाये जाने की जो मेरी जो लड़ाई थी वो आगे भी जारी रहेगी।
गौरतलब हो कि प्रो ओमशंकर लम्बे समय से आम आदमी के लिए स्वास्थ्य के अधिकारों की लड़ाई लड़ते चले आ रहे हैं।
इस संबंध में प्रोफेसर ओमशंकर क्या कुछ कह रहे हैं, देखें वीडियो..
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