दूसरों को शिक्षा देने वाले खुद कर रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी की कही बातों का उल्लंघन… दैनिक जागरण ने अपने कई चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को लॉक डाउन में निकाला..
कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी के कारण विश्व के कई देशों में लॉक डाउन की स्थिति बनी हुई है, भारत में भी कई दिनों से लॉक डाउन चल रहा है जिसके कारण गरीब और जरूरतमंद तबके के लोग काफी परेशान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं को यह निर्देश दिया है कि इस परिस्थिति में आप अपने किसी भी कर्मचारी को संस्था से नहीं हटाए लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशों की धज्जियां मीडिया हाउसेस में भी उड़ाई जा रही हैं.
ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर का है जहां के जाने-माने अखबार दैनिक जागरण ने अपने कई चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को लॉक डाउन में घर बैठने का आदेश दे दिया. और उन्हें कंपनी से हटा दिया. इन सभी कर्मचारियों में उन तबके के लोग हैं जो पारिवारिक रूप से कमजोर है. इनमें सफाई कर्मी, ट्रक ड्राइवर और प्यून आदि शामिल है. कर्मचारियों का कहना है कि 17 अप्रैल 2020 को संस्थान ने उन्हें घर बैठने के लिए कह दिया और कहा कि लॉक डाउन के बाद अगर जरूरत पड़ेगी तो उन्हें बुला लिया जाएगा.
समाज को लंबा चौडा़ निर्देश देने का काम करने वाली संस्थाएं ही जब ऐसा करेंगी तो आम संस्थाओं की बात हीं छोड़ दीजिए.
दैनिक जागरण के पीड़ित कर्मचारी अवधेश कुमार का मोबाइल नंबर 9304629823 है.
Comments on “मुजफ्फरपुर दैनिक जागरण ने अपने चार गरीब मीडियाकर्मियों को निकाला, धरने पर बैठे पीड़ित, देखें तस्वीर”
बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन इस मामले में संज्ञान लें .
धन्यवाद सर