देखिए आन कैमरा किस तरह ये बौद्ध भिक्खू एक सैलानी को डालर बेचकर भारतीय रुपए ले लिए. लोकेशन है कपिल वस्तु का बौद्ध स्तूप. बुद्ध ने भिक्खू इसलिए बनाए ताकि रुपये पैसे का झंझट ही न रहे. मांगों और खाओ. पर आजकल के बौद्ध भिक्खू करारे करारे कई देशों के नोट रखते हैं. विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं से मिलने वाले नोट को ये खरीदार मिलने पर बेच देते हैं. हम लोगों ने इन बौद्ध भिक्खुओं का एक छोटा-सा टेस्ट लिया…
इस वीडियो में ये बौद्ध भिक्खु दुनिया भर के नोट को दिखाते और उसे बेचते नजर आते हैं. यानि ये भिक्खु भी एक तरह से कारोबारी ही हैं. हां, हिंदू धर्म की बनस्पत बौद्ध धर्म में इन्हें खाना-जीना और सम्मान हासिल कर पाना ज्यादा आसान साबित हुआ है. संबंधित वीडियो देखें….