आशुतोष द्विवेदी-
थोड़ा विचलित हूँ। मेरे प्रिय मित्र दिनेश सिंह SP बिजनौर को आज ब्रेन स्ट्रोक हो गया।
बहुत जीवंत और ज़िंदादिल इंसान हैं। नौकरी में एक बार ही साथ रहे हम दोनों।
हमेशा प्रसन्न रहने वाले। कितनी भी समस्या हो पर समय से उनकी एक्सरसाइज, समय से उनका भोजन। इसे लेकर उन्होंने कोम्प्रोमाईज़ नहीं किया।
उनके साथ भी ऐसा हो सकता है, कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था।
पर सफलता की ऐसी अंधी दौड़ एक सहृदय और जीवंत इंसान पर कितना प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है, इसे देखा। हिल गया हूँ।
ईश्वर कुछ मत दो, आपे में रहने दो बस।
दिनेश भाई, आप स्वस्थ हो जाओ बस। मेरी हिम्मत नहीं है आपको इस दशा में देख पाने की।
लेखक वरिष्ठ पुलिस अफ़सर हैं.
अपडेट- आईपीएस प्रभाकर चौधरी को PAC सीतापुर से तत्कालीन प्रभाव से अस्थाई रूप से जनपद बिजनौर में ड्यूटी पर भेजा गया। बिजनौर के कप्तान दिनेश सिंह देर रात्रि बीमार हो जाने से हॉस्पिटल में भर्ती हैं।
विनोद सिरोही-
एसपी बिजनौर श्री दिनेश कुमार बहुत व्यवहार कुशल व्यक्तित्व हैं। कल शाम साड़े 6 बजे अचानक पैरालिसिस का आघात हुआ है। शुरुआती ट्रीटमेंट के बाद रात को मेरठ लाये थे और मस्तिष्क में जमे थक्के को निकालने का प्रयास किया गया था। किंतु सफलता नहीं मिल सकी।
अब फ़ोर्टीज नोएडा में हैं। पहले दवाइयों से थक्के को निकालने की कोशिश होगी।
उनकी धर्म पत्नी श्रीमती सुधा सिंह जो sp महोबा हैं, आ चुकी हैं। पहले से स्थिति सँभली हुई है।
एक बहुत ही अच्छे नेक इंसान भी हैं। इनके आने से बिजनौर में पुलिस इनके ईमानदारी से कार्य करने को बहुत पसंद कर रही है और जनता में पूरा माहौल बदल दिया है।
पिछले महीने बिजनौर जाना हुआ तब मुलाक़ात हुई। बहुत अधिक समय दिया और अन्य अधिकारियों से भी मुलाक़ात कराई।
जनता की बात सुनने को सर्वोच्च प्राथमिकता रखा हुआ है। शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ होने की मंगल कामना करता हूँ। जब आईपीएस कैडर मिला तब ये एसटीएफ़ नोएडा में ही एडिशनल एस पी थे।