नई दिल्ली : मंगलवार को पूरे उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप दोपहर 12:38 बजे आया। इसके बाद, एक बजकर 11 मिनट पर भी झटके महसूस किए गए। इसका प्रभाव दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश में भी महसूस किया गया।
रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.4 बताई गई है। जानकारी के मताबिक, नेपाल के काठमांडू से 82 किमी दूर कोडारी के करीब चीन की सीमा के पास झाम भूकंप का केंद्र था। जमीन के 19 किमी अंदर इस भूकंप का केंद्र था। इसके अलावा, पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी आए भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बता दें कि 25 अप्रैल को नेपाल में 7.9 तीव्रता वाला भूकंप आया था जिसके बाद भारी तबाही मची थी।
भूकंप के ताजा झटकों के बाद दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो का संचालन रोक दिया गया है। लोग इमारतों से बाहर आकर खड़े हो गए। कोलकाता में भी मेट्रो ट्रेन के संचालन को रोक दिया गया। दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट का भी कामकाज रोक दिया गया। नेपाल में आए भूकंप के बाद विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि इसके कम से कम 10 आफ्टर शॉक्स आ सकते हैं और इसका प्रभाव भारत और खासकर उत्तर भारत पर हो सकता है। भूगर्भ शास्त्री अरुण बापट के अनुसार इसे आफ्टर शॉक नहीं माना जा सकता क्योंकि आफ्टर शॉक की तीव्रता इतनी नहीं होती। अगर यह आफ्टर शॉक होता तो इसकी तीव्रता 6.3 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए थी। लेकिन यह 7.1 तीव्रता का झटका था इसलिए ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
नेपाल-चीन की सीमा पर आए भूकंप के झटके का असर पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी महसूस किए गए। कोलकाता में कई स्थानों पर लोग अपने घर से बाहर निकलने को मजबूर हो गए। वहीं, सिक्किम में भूकंप के कारण एक स्कूल के गिरने की सूचना है। हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।