क्या यही अच्छे दिन हैं? ग्रेटर नोएडा स्थित गलगोटिया इंजीनियरिंग कालेज के गरीब छात्र धरने पर हैं क्योंकि कालेज प्रशासन ने फीस काफी बढ़ा दी है. फीस की तगड़ी मार झेल पाने में गरीब छात्र असमर्थ हैं. इंजीनियरिंग में प्रवेश और किताब, हास्टल के नाम पर पहले ही कर्ज के बोझ तले दबे इन छात्रों के लिए फीस वृद्धि किसी बड़े आघात से कम नहीं है. कालेज प्रबंधन की तरफ से कालेज के भीतर मोदी की तस्वीर लगाया हुआ है.
अच्छे दिन का नारा देने वाले मोदी के नाम पर अब प्राइवेट संस्थान भी बुरे दिन लाने में लगे हैं. छात्रों की आवाज को मीडिया वाले भी नहीं उठा रहे. इसके पीछे वजह है कि गलगोटिया प्रबंधन की तरफ से मीडिया को काफी विज्ञापन दिया जाता है. इसी कारण मीडिया वाले कुछ भी लिखने बोलने से कतराते हैं. ऐसे में छात्रों के पास सोशल मीडिया और ब्लाग-वेब का ही सहारा है. छात्रों का धरना जारी है और कालेज प्रबंधन ने छात्रों को डराने धमकाने के लिए स्थानीय पुलिस को बुला लिया है.
एक छात्र द्वारा भेजे गए मेल पर आधारित.