मीडिया कर्मी की ओर से चेयरमैन पर मुकदमा लिख कर भी खुद को नहीं बचा पाए एसओ जहानाबाद
उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत में नगर पंचायत चेयरमैन के पति और जहानाबाद कोतवाल के बीच मंगलवार को बड़ा विवाद खड़ा हुआ। दोनों ने एक दूसरे पर गोकशी कराने का आरोप जड़ा। चेयरमैन ने आरोप लगाया कि जहानाबाद कोतवाल मनीराम सिंह क्षेत्र में गोकशी करा रहे हैं। चार दिन पहले परेवा वैश्य गांव में गोकशी के धंधे से जुड़े तस्करों से उनकी डील हुई साठ हजार में गोकशी का ठेका दिया गया।
विरोध जताने पर उनकी कोतवाल से कहासुनी हुई थी, इसी से वह रंजिश मानने लगे। कोतवाल बोले कि चेयरमैन का पति दुर्गा चरण गुप्ता हिस्ट्रीशीटर है, सोमवार रात व्यापारी के परिवार पर हमले की सूचना पर गए तो उसने व उसके परिवार ने अभद्रता की।
दरअसल कोतवाल मनीराम सिंह सोमवार को जहानाबाद के दैनिक जागरण से जुड़े मीडिया कर्मी धीरेंद्र कुमार गुप्ता की ओर से नगर पंचायत चेयरमैन ममता देवी, उनके पति दुर्गा चरण गुप्ता, बेटी शिवा व शगुन और बेटी शिल्पी के खिलाफ घर में घुसकर बलवा करने, गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद रात में उनके घर पर दबिश दी।
चेयरमैन ने मंगलवार दोपहर को एसपी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि सोमवार रात 10 बजे कोतवाल पुलिस बल के साथ आए और गाली गलौज की। घर में घुसकर जेवर और तीन लाख लूट लिए। उन पर चेयरमैन पद से इस्तीफा देने का दबाव बनाया गया। ऐसा न करने पर बेटे का एनकाउंटर करने की धमकी दी गई । इसकी वीडियो फोटो भी पास में होने का दावा किया गया। चेयरमैन ने इंस्पेक्टर से परिवार को खतरा बताते हुए सुरक्षा देने पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।
मंगलवार को चेयरमैन व उनके पति ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर दिया जिसमें कोतवाल मनीराम सिंह उनके घर के अंदर पुलिस फोर्स के साथ तोड़फोड़ करते, हंगामा करते और गालियों के साथ धमकाते हुए नजर आए। कोतवाल मकान के बाहर खड़े होकर सड़क पर भी गालियां देते हुए दिखे तो पुलिस की फजीहत होने लगी।
चेयरमैन भारतीय जनता पार्टी की है, सो उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं को तत्काल इस मामले की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की। चूंकि मामला गोकशी से जुड़ा था, इसलिए पुलिस अफसरों ने भी मामला अधिक तूल पकड़ने से पहले ही पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर से जांच कराई। सीओ की जांच में कोतवाल का पक्ष कमजोर पड़ गया। मीडिया कर्मी की ओर से मुकदमा लिखना भी काम नहीं आया। मंगलवार आधी रात को पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित ने कोतवाल के कृत्य को पुलिस की छवि खराब करने वाला मानते हुए इस्पेक्टर मनीराम सिंह को तत्काल लाइन हाजिर करने के बाद निलंबित कर दिया।
रात में ही उनके स्थान पर पुलिस लाइन में तैनात हरीश वर्धन सिंह राठौर को जहानाबाद थाने का चार्ज लेने भेज दिया।