इन दिनों गोरखपुर दैनिक जागरण में सबकुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। यहां के संपादकीय प्रभारी जितेंद्र त्रिपाठी के मनमानी रवैये के चलते कर्मचारियों में बहुत असंतोष की भावना है। पिछले महीने ही संतकबीरनगर के ब्यूरो चीफ वेद प्रकाश गुप्ता को गोरखपुर हेड ऑफिस से अटैच किया गया था लेकिन ज्वाइन करने के कुछ दिन के भीतर ही उन्होंने तंग आकर इस्तीफा दे दिया और चंडीगढ़ अमर उजाला ज्वाइन कर लिए।
अभी ये बात खत्म भी नहीं हुई थी कि लोकल सिटी डेस्क पर कार्यरत सब एडिटर मुकेश ध्वज सिंह ने मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगा कर इस्तीफा दे दिया। इसी तरह नगर निगम बीट कवर करने वाले सीनियर रिपोर्टर शैलेश श्रीवास्तव को कुशीनगर का ब्यूरो चीफ बनाया गया। इनकी नगर निगम बीट तब छिनी थी जब इन पर कुछ आरोप लगे थे। तब तत्कालीन संपादकीय प्रभारी उमेश शुक्ल ने नगर निगम बीट से डेस्क पर तबादला कर दिया था।
संतकबीरनगर के नए ब्यूरो चीफ राजनारायण पांडेय बनाये गए। बस्ती, और महाराजगंज में ब्यूरो चीफ रहे महेंद्र त्रिपाठी को देवरिया का नया ब्यूरो चीफ बनाया गया है। सिटी रिपोर्टिंग टीम में प्रशासन बीट देखने वाले डिप्टी चीफ रिपोर्टर रजनीश त्रिपाठी से प्रशासन बीट लेकर राजेश्वर शुक्ला को दिया गया है। इन सबका असर अखबार के सर्कुलेशन पर पड़ा है। शहर में दैनिक जागरण की 20 हज़ार कापी कम हो गयी हैं। अप कंट्री में ज्यादातर जगह अमर उजाला ने पछाड़ दिया है दैनिक जागरण को। जितेंद्र त्रिपाठी और नए प्रादेशिक इंचार्ज प्रवीण शर्मा की जुगलबंदी से कई कर्मचारियों में भय व्याप्त है।
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.