ये जो तस्वीर है, उसमें जेल जाते राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार दिख रहे हैं. मामला बिहार के औरंगाबाद का है. 15 अप्रैल को औरंगाबाद शहर के अहरी मोहल्ला में सुबह के वक्त एक चर्चित ठेकेदार संजय शर्मा की हत्या अपराधियों ने गोली मार कर कर दी. हत्या के बाद मृतक के पिता सह चर्चित अधिवक्ता राम किशोर शर्मा ने 3 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई. इसमें कहा गया था कि औरंगाबाद दैनिक जागरण अखबार के ब्यूरो चीफ सनोज पाण्डेय, राष्ट्रीय सहारा हिंदी दैनिक के औरंगाबाद संवाददाता मनोज शर्मा एवं खुदवा पैक्स के अध्यक्ष मनीष शर्मा तीनो ने मिलकर संजय शर्मा की हत्या कर दी.
हत्या के बाद से तीनों फरार चल रहे थे. दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने दो के खिलाफ कुर्की जप्ती का आदेश न्यायलय से लिया और पुलिस कुर्की जप्ती में जुटी ही थी कि आज पुलिस ने मनीष शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि राष्ट्रीय सहारा अखबार के संवाददाता मनोज शर्मा ने आज न्यायलय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया जहाँ से न्यायालय ने उन्हें जेल भेज दिया है. इस काण्ड के तीसरे अभियुक्त दैनिक जागरण अखबार के ब्यूरो चीफ सनोज पाण्डेय फरार चल रहे हैं.
मृतक के पिता राम किशोर शर्मा ने कहा है कि औरंगाबाद पुलिस सनोज पाण्डेय को दैनिक जागरण अखबार के ब्यूरो चीफ होने के नाते बचाना चाहती है और पुलिस की यह मंशा है कि मुख्य आरोपी मनीष शर्मा से यह कबूल करवा लिया जाया कि सनोज पाण्डेय का इस कांड में हाथ नहीं है इसलिए पुलिस ने सनोज पाण्डेय के खिलाफ कोर्ट में कुर्की जप्ती के लिए कोई आवेदन दिया है जबकि सनोज पाण्डेय ने ही हत्या के चार दिन पहले मृतक संजय शर्मा को जल्द ही देख लेने की धमकी दी थी.