2 पारियों में दैनिक हिंदुस्तान की करीब 10 साल सेवा के बाद बिहार में दैनिक भास्कर की लांचिंग पर दिसंबर 2013 में इससे जुड़े वरिष्ठ पत्रकार कुमार जितेंद्र ज्योति ने अब अपने इस संस्थान को अलविदा कह दिया है।
02 अप्रैल को अपनी सेवा का अंतिम दिन बताते हुए उन्होंने भास्कर परिवार में अपने अनुभवों को साथियों से ईमेल के जरिए शेयर किया तो यह खबर सामने आई। खोजी पत्रकारिता के लिए पहचाने गए जितेंद्र ज्योति ने बिहार में भास्कर के डीबी स्टार एडिटर के रूप में सेवा शुरू की थी।
कोविड के दौरान भास्कर ने जब बिहार में डीबी डिजिटल को लांच करने की योजना बनाई तो जितेंद्र ज्योति को कमान दी गई। बिहार चुनाव में भास्कर ने इन्हें बगैर किसी एजेंसी सपोर्ट के एग्जिट पोल का जिम्मा दिया। बहुत छोटी मगर अपनी बनाई ऊर्जावान टीम के साथ जारी यह एग्जिट पोल बिहार चुनाव परिणाम में इकलौता सही हुआ था।
अप्रैल से भास्कर अखबार के भोपाल स्थित नेशनल न्यूज रूम में सेवा देने के बाद अब अचानक जितेंद्र ज्योति के इस्तीफे का ईमेल चौंकाने वाला है, क्योंकि नई पारी की घोषणा उन्होंने 24 घंटे गुजरने के बाद किसी सोशल मीडिया पर भी नहीं की है।
देखें उनकी fb पोस्ट-
अलविदा दैनिक भास्कर!
संस्थान मेरे जैसे आदमी के लिए परिवार बन जाता है। 5 साल रहकर जब पहली बार हिंदुस्तान छोड़ा तो परिवार छूटने जैसे दर्द में रोया था। दूसरी बार भी लगभग इतने ही समय रहा, लेकिन तब छोड़ते समय वैसा दर्द नहीं हुआ। हिंदुस्तान ने डेस्क, रिपोर्टिंग, डिजिटल एडिशन, टीवी बुलेटिन, फीचर के साथ पूरा एडिशन अपने बल पर चलाने का मौका दिया था। 2013 में जब दैनिक भास्कर बिहार में लांच हो रहा था तो डीबी स्टार हेड के रूप में जुड़ा। सिटी भास्कर, सिटी डेस्क होते हुए डीबी डिजिटल लांच कराने तक की जिम्मेदारी निभाई। नेशनल न्यूज रूम का भी अनुभव मिल गया। लेकिन, एक लगातार सबसे लंबी पारी अब खत्म हो गई है। देखना है…किस्मत ने आगे क्या तूफानी लिख रखा है !