‘टू द प्वाइंट’ नामक चर्चित शो होस्ट करने वाले मशहूर पत्रकार करण थापर को इंडिया टुडे चैनल ने टाटा बाय बाय बोल दिया है. करण थापर का कांट्रैक्ट चैनल के साथ 31 मार्च तक था. चैनल ने उनका अनुबंध नहीं बढ़ाया. बावजूद इसके करण थापर 14 अप्रैल तक काम करते रहे. चर्चा है कि किसी बाहरी और मजबूत दबाव के कारण करण थापर को हटाया गया. करण थापर का नरेंद्र मोदी का लिया गया एक इंटरव्यू काफी चर्चा में रहा जिसमें नरेंद्र मोदी (तब पीएम नहीं थे) तीखे सवालों से परेशान होकर बार बार पीने के लिए पानी मांगते रहे.
करन थापर ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ’इंटरनेशनल रिलेशन’ में पी.एचडी की. इसके पत्रकारिता शुरू की, सीएनएन आईबीएन पर उनका ‘डेविल्स एडवोकेट’ नामक शो भी काफी चर्चित रहा. करण थापर के इसी शो में नरेंद्र मोदी को पसीना आ गया था और वो माथा पोछते हुए उठ खड़े हुए थे. तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. मुकेश अंबानी के ‘सीएनएन आईबीएन’ टेकओवर किया और इसी के बाद करण थापर वहां से हटा दिए गए. बाद में उन्होंने हेडलाइन्स टुडे जो अब इंडिया टुडे नामक चैनल है, ज्वाइन किया. यहां ‘टू द प्वाइंट’ शो शुरू किया.
इंडिया टुडे ग्रुप के मालिक अरुण पुरी ने करण थापर के जरिए अपने चैनल को नई धार दी. कहा जा रहा है कि ढाई साल बाद अरुण पुरी ने किसी ‘ऊपरी दबाव’ की वजह से करण थापर का अनुबंध आगे नहीं बढ़ाया. करण थापर के जाने के बाद इंडिया टुडे में ‘टू द प्वाइंट’ शो को अब शशि अरूर और प्रीति चौधरी ने एक-एक दिन पेश किया. चर्चा है कि राजदीप सरदेसाई की भी इंडिया टुडे से विदाई निकट है. सरदेसाई का कान्ट्रैक्ट सितंबर तक है. राजदीप सरदेसाई मोदी समर्थकों के लगातार निशाने पर रहते हैं.