आरटीआई से हुआ खुलासा… पिछले दिनों केंद्र सरकार के डी ए वी पी द्वारा मुंबई के समाचार पत्रों के सर्कुलेशन और सरकारी विज्ञापन रेट से जुडी एक सुचना मुम्बई के निर्भीक पत्रकार और आर टी आई कार्यकर्ता शशि कान्त सिंह को आर टी आई के जरिये मांगे जाने पर उपलब्ध करायी गयी थी जिसमे मुंबई से प्रकाशित नवभारत समाचार पत्र को मुम्बई का सर्कुलेशन के मामले में नंबर वन समाचार पत्र बताया गया था। इस रिपोर्ट को देखकर। मुंम्बई के मीडिया जगत में काफी बवाल मच गया।
शशिकांत ने आर टी आई डालकर महाराष्ट्र सरकार के जाहिरात व जनसम्पर्क महासंचालनालय से मुम्बई के समाचार पत्रों का सर्कुलेशन रिपोर्ट और महाराष्ट् सरकार द्वारा इन समाचार पत्रों को दिए जाने वाले सरकारी विज्ञापन का रेट माँगा तो चौकाने वाली जानकारी सामने आई। 4 अगस्त 2016 को जनमाहिति अधिकारी ने जो जानकारी उपलब्ध करायी है उसके मुताबिक़ सर्कुलेशन के मामले में मुम्बई का नंबर वन हिंदी अखबार है नवभारत जिसका कुल सर्कुलेशन है 2 लाख 75 हजार और इसका सरकारी विज्ञापन रेट है 39 रुपये। दूसरे नंबर पर है नवभारत टाइम्स जिसका सर्कुलेशन है एक लाख 63 हजार 433 और नवभारत टाइम्स का सरकारी विज्ञापन रेट है 38 रुपये।
इसी तरह जागरूक टाइम्स तीसरे नंबर पर है जिसका सर्कुलेशन 1 लाख 57 हजार है सरकारी विज्ञापन रेट है 29 रुपये। चौथे नंबर पर है प्रातःकाल जिसका सर्कुलेशन है एक लाख 37 हजार और विज्ञापन रेट है 27 रुपये। यशोभूमि पांचवे स्थान पर है जिसका सर्कुलेशन है एक लाख 22 हजार 634 मगर इसका सरकारी विज्ञापन रेट है 33 रुपये। इसी तरह हमारा महानगर 6ठें स्थान पर है इसका सर्कुलेशन 1 लाख 8 हजार 269 है और विज्ञापन रेट 31 रुपये है। खबरें आज तक और दबंग दुनिया दोनों का सर्कुलेशन एक समान 72 हजार और सरकारी विज्ञापन रेट 22 रुपये है। अब जरा केंद्र सरकार के डीएवीपी द्वारा मुंबई के समाचार पत्रों की जो सर्कुलेशन रिपोर्ट आर टी आई के जरिये उपलब्ध करायी गयी है उस पर भी एक नजर डालिये तो आपको भ्र्ष्टाचार का मामला अपने आप नजर आने लगेगा।
पत्रकारों और गैर पत्रकारों के लिए मजीठिया वेज बोर्ड को अमल में लाने के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भले समाचार पत्र मालिक घाटे का दुखड़ा रो रहे हैं वहीं भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत कार्यरत डीएवीपी ने शशिकांत को मुंबई के हिंदी समाचार पत्रों के बारे में जो जानकारी उपलब्ध करायी है वह चौकाने वाली है। इस सूचना के मुताबिक मुंबई में भी हिंदी में नवभारत का सबसे ज्यादा सर्कुलेशन है, हमारा महानगर दूसरे स्थान पर, प्रातःकाल तीसरे, जागरूक टाइम्स चौथे, नवभारत टाइम्स पांचवे स्थान पर और यशोभूमि छठवें स्थान पर है। सरकारी विज्ञापन रिपोर्ट के मुताबिक़ ये सभी हिंदी के समाचार पत्र बड़े श्रेणी के समाचार पत्र हैं। हिंदी दैनिक नवभारत का सर्कुलेशन 2 लाख 96 हजार 639 है। नवभारत का सरकारी विज्ञापन रेट 112.48 रुपये है। इसी तरह हमारा महानगर का सर्कुलेशन 2 लाख 50 हजार 891 है। इसका सरकारी रेट है 95.13। डीएवीपी ने एक साल पहले का ये आकड़ा उपलब्ध कराया है जिसके मुताबिक़ प्रातः काल का सर्कुलेशन 2 लाख 24 हजार 906 है और इसका सरकारी विज्ञापन रेट है 85 .28। जागरूक टाइम्स का सर्कुलेशन 174916 और सरकारी विज्ञापन रेट 66.32 है।
नवभारत टाइम्स का सर्कुलेशन 138869 है जबकि उसका सरकारी विज्ञापन रेट 52.66 है। यशोभूमि 6ठें स्थान पर है। इसका सर्कुलेशन 1 लाख 14 हजार 321 है और इसका सरकारी विज्ञापन रेट 43.35 है। आज का आनंद 1 लाख 10 हजार 34 और सरकारी विज्ञापन रेट 41.72 है। इसी तरह टाइम्स आफ इंडिया अंग्रेजी में नंबर वन पर है। इसका सर्कुलेशन 8 लाख 47 हजार 301 बताया गया है और इसका सरकारी विज्ञापन रेट 321.28 है। दूसरे नंबर पर मुम्बई मिरर है जिसका सर्कुलेशन 6 लाख 2 हजार 460 और सरकारी विज्ञापन रेट 228.44 है। तीसरे स्थान पर डीएनए है जिसका सर्कुलेशन 4 लाख 95 हजार 33 और सरकारी विज्ञापन रेट 187.71 है। हिन्दुस्तान टाइम्स चौथे नंबर पर है। इसका सर्कुलेशन 413515 है और सरकारी विज्ञापन रेट 156.80 है। मराठी दैनिक में महाराष्ट्र टाइम्स नंबर वन पर है। इसका सर्कुलेशन 2 लाख 86 हजार 279 है जबकि उसका सरकारी विज्ञापन रेट 108.55 है। लोकसत्ता दूसरे नंबर पर है जिसका सर्कुलेशन 222161 है जबकि सरकारी विज्ञापन रेट 84.24 है। प्रहार 150582 सर्कुलेशन के साथ तीसरे और लोकमत 135911 के साथ चौथे तथा मुम्बई चौफेर 130071 सर्कुलेशन और 49.32 सरकारी विज्ञापन रेट के साथ पांचवे नंबर पर है ।
शशिकांत सिंह
पत्रकार और आरटीआई कार्यकर्त्ता
9322411335